English, asked by nnainatripti, 17 days ago

वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा कभी मत सोचो, क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल ले।​

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Answered by krishnasingh35
3

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हो भी सकता है ,

मेरा तो मनाना है की वक्त का गुलाम तबी तक रहो ,

जब तक वक्त तुम्हारा गुलाम है।

Answered by harsh23272
0

Answer:

वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा कभी मत सोचो, क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल ले।

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