Hindi, asked by aradhya4546, 1 year ago

(Values Based Questions)
क) स्वामी विवेकानंद की जीवनी से सीख मिलती है कि मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्माता है। उनका सुत्र वाक्य
था उठो, जागो और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से पहले कभी मत रुको" आप उनके विचारों से कहाँ तक
सहमत हैं? अपने विचार लिखिए।
हिंदी-7​

Answers

Answered by avinishkashyap15
1

according to me , the answer should be 27. or 29

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