van sanrakshan par short anuched
Please answer
Answers
Answered by
4
Answer:
वन हमारी सभ्यता व संस्कृति के प्रतीक है। वन महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। प्रारंभ में ऐसा अनुमान है कि पृथ्वी के एक चौथाई भाग पर वन थे। परंतु अब लकडी, ईधन, आवास के लिए वनों की कटाई कर दी गई परिणाम स्वरूप अब पृथ्वी के 15 प्रतिशत् भाग पर ही वन पाए जाते है। वनों की लगातार कटाई से मृदा अपवर्दन, अतिवृष्टि अनावृष्टि जैसी समस्याऍं मानव के समक्ष आ खडी हुई है। अत: वनों का संरक्षण अतिआवश्यक है। वन प्राकृतिक वनस्पति के जन्म स्थल है। इन्हे बचाना हमारा कर्तव्य है।
वन और संस्कृति का अटूक संबंध है। भारत में वंनों को भगवान के समान पूजा जाता है। इनमें से तुलसी, बरगद, एवं पीपल की पूजा की जाती है। अश्व वृक्ष के तो ईष्ट में ही विष्णु मध्य में शिव पश्य में ब्रम्हा का निवास होता है। ऐसी मान्यताऍ भारत में वृक्षो को लेकर है।
Answered by
2
Answer:
वनों की कटाई से जहाँ प्रत्यक्ष लाभ होता है वहाँ अप्रत्यक्ष हानि होती है। वनों से प्रत्यक्ष लाभ कुछ ही व्यक्तियों को होता है लेकिन अप्रत्यक्ष हानि सारे जीव-जगत को होती है। इसलिए वनों का संरक्षण अत्यावश्यक है। ... प्रकृति ने जहाँ जैसी मिट्टी है, जहाँ की जैसी आवश्यकता है, वहाँ वैसे ही वन लगा रखे हैं।
Similar questions