Hindi, asked by ria7233, 10 days ago

वनम्न श्लोक का ह ंदी में अनुिाद वलवखए-

सवििेि स ासीत सविाः कु िीत सङ्गवतम् ।​

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Answered by BIKAZU2020
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Answer:

न्याय्यात्पथः प्रविचलन्ति पदं न धीराः ।। नीति में निपुण मनुष्य चाहे निंदा करें या प्रशंसा करें ,लक्ष्मी आये या चली जाये । मृत्यु आज हो या युगों के बाद , परन्तु धैर्यवान

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