Var De Veena vadini ke rachaita kaun hai
Answers
Answer:
महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला Var De Veena vadini ke rachaita hain.
Explanation:
वर दे वीणा वादिनी माँ सरस्वती की वंदना है जिसमें निराला जी देश की जड़ता तोड़कर देश को नयी ऊर्जा देने के लिए सरस्वती माँ से वंदना कर रहे हैं
कविता की कुछ पंक्तियाँ इस प्रकार हैं
काट अंध्-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे!
Answer:
‘वर दे वीणा वादिनी’ के रचयिता सूर्यकांत त्रिपाठी निराला है |
ये पंक्ति है हिन्दी साहित्य की अमर विभूति में से महाप्राण निराला की।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला इस कविता में हे माँ सरस्वती! हमें वरदान दीजिये।
हे माँ! हम सब में नव ज्ञान रूपी अमृत-मंत्र भर दीजिये। हे माँ सरस्वती! हमारे हृदय में स्थित अंधकार की जगह प्रकाश भरकर इसे जगमग कर दीजिये। हे माँ सरस्वती! देश की जड़ता भंग कर और देश में नई गति, नया लय, नया ताल, नया स्वर दीजिये। पृथ्वी को नई गति दीजिये,आकाश में विचरण करने वाले पक्षियों को नया स्वर दीजिये। हे माँ सरस्वती! हमें वरदान दीजिये।