वर्णों की गिनती पर आधारित छंद को वार्षिक छंद कहते है
Answers
Answer:
वर्णिक छंद, वे छंद जो संख्या और वर्गों के क्रम के आधार पर रचे जाते हैं, वर्णिक छंद कहलाते हैं। वृत्तों की तरह इनमें गुरु और लघु के कर्म स्थिर नहीं होते, केवल वर्णों की संख्या निश्चित होती है।
Explanation:
छंद अक्षरों की संख्या और क्रम, मात्रा गणना और गति-गति से संबंधित विशिष्ट नियमों द्वारा नियोजित लफ्फाजी को 'छंद' कहा जाता है। छन्द के मुख्य तीन भेद हैं:
- वर्णिक
- मात्रिक
- मुक्तक
वर्णिक छंद:- जिन श्लोकों की रचना अक्षरों की संख्या और क्रम के आधार पर की जाती है, उन्हें वर्णिक छंद कहते हैं। ये वर्गों की गणना पर आधारित हैं। जिसमें गणविधान लघु गुरु के आदेश के आधार पर वर्गों की संख्या की रचना की गई है।
मात्रिक छंद: जिनमें मात्राओं की संख्या के आधार पर श्लोकों की रचना की जाती है, लघु-गुरु, यति-गति।
मुक्तक छंद: इनमें अक्षरों या मात्राओं की कोई गिनती नहीं है। इसमें भावना की प्रधानता है।
#SPJ3