Hindi, asked by Itzcookie890, 8 months ago

वर्षा होने पर किसानों की प्रसन्‍नता का क्या कारण होता है​

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Answered by Nirbhay0987
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Answer:

जिला मुख्यालय सहित अंचल में बारिश की लंबी खेंच से किसानों के चेहरों पर ङ्क्षचता की लकीरें खींच गई थी। कुछ जगह तो फिर से बोवनी भी हो चुकी थी। लेकिन गुरुवार की सुबह होने के बाद किसानों के चेहरे से ङ्क्षचता की लकीरों को आसमान से गिरे अमृत रूपी बारिश ने खिल-खिलाते चेहरों में तब्दील कर दिया। सुबह से लेकर रात तक शहर सहित अंचल में पानी कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश के रूप में गिरता रहा। इस दरमियान कईबार जिला मुख्यालय सहित अंचल में बिजली भी गुल हुई। वहीं गांधीसागर में गांधीसागर सहित आसपास के क्षेत्र में सुबह 40 बजे से बारिश का दौर चालू है कभी तेज कभी रिमझिम लगातार बारिश होने से गांधीसागर के कोटा खाल, जोगडा नाला,मैगजीन नाला, सभी नाले उफान पर थे। इसकी वजह से गांधी सागर के मैगजीन साइट के जलाशय के दोनों ओर खूबसूरत झरने गिरने लगे रात तक बारिश होती रही।

जिला मुख्यालय पर सुबह से लेकर रात तक कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही। शाम को चार बजे बाद शहर में झमाझम बारिश हुई।जिससे शहर के प्रमुख मार्ग पानी से लबालब भरा गया। जिससे आने जाने वाले शहरवासियों को काफी परेशानी आई। दोपहर में जनता कॉलोनी में डीपी फाल्ट होने से लाइट बंद रही। जनकुपूरा क्षेत्र में विद्युत पोल से करंट फैल गया था। इस दौरान अफरा-तफरी भी मची। जिससे सूचना पर सही किया गया। खानपुरा में विद्युत लाइट में फाल्ट से होने से लाइटें बंद रही। रात साढ़े आठ बजे शुक्ला कॉलोनी रोडपर इमली का पेड़ गिर गया। जिससे दो से तीन विद्युत पोल गिर गए। जिससे क्षेत्र की विद्युत सप्लाय पुलिस कॉलोनी, बीपीएल चौराहा क्षेत्र की लाइटें बंद रही। सूचना पर अधिकारी पहुंची। गांधी चौराहा और बालागंज क्षेत्र की लाइटें भी बंद रही।

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