Hindi, asked by rupeshkumarnetam555, 4 months ago

वर्तालाभ और उसकी ऑपचारिक्ता

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Answered by branly13
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Answer:

वार्तालाप या बातचीत मनुष्य द्वारा समाज में परस्पर संपर्क क़ायम करने का एक बहुपक्षीय और स्वाभाविक माध्यम है इस से मनुष्य अपने विचारो का आदान प्रदान करता है।[1] वार्तालाप विश्लेषण (English:Conversation Analysis) समाजशास्त्र की वह शाखा है जो मानव अंतरक्रिया की बनावट और संगठन का अध्ययन करती है, जिसमें वार्तालाप संपर्क विषय प्रमुख होता है। वार्तालाप ही समाज में,सस्थान में,कार्यालय में,देश-विदेश में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है आप विनम्रता जैसे तत्वों को अपनाकर वार्तालाप को प्रभावशाली बना सकते है वार्तालाप में सिर्फ बात करना ही महत्वपूर्ण नहीं होता है अपितु दुसरो कि बातो को ध्यान से सुनना और समझना भी जरूरी होता है बातचीत करने के लिए आत्मविश्वास,शारीरिक भाषा और नेत्र संपर्क जैसे पहलुओ पर ध्यान दे कर आप एक सफल इन्सान बन सकते है!

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Answered by shaikhariba02
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खाना, सोना, काम करना, ये मनुष्य की मूल ज़रूरतें हैं। फिर भी, एक और ज़रूरत है जिसे पूरा किया जाना चाहिए। वह क्या है?

एक ऐसे व्यक्‍ति के शब्दों पर ध्यान दीजिए जिसने जीवन की एक सबसे अनमोल ज़रूरत से वंचित, कालकोठरी में पाँच साल काटे। “मैं संगति के लिए, किसी से बात करने के लिए, वार्तालाप करने के लिए तरसता था,” वह स्वीकार करता है। “मुझे यह एहसास होने लगा कि मुझे अकेलापन दूर करने के लिए कुछ करना पड़ेगा। मेरी तनहाई और ख़ामोशी में मेरे मन पर असर पड़ता।”

जी हाँ, हमारे अन्दर संचार करने की जन्मजात ज़रूरत है। वार्तालाप उस ज़रूरत को पूरा करने में मदद करता है। अनुसंधायक डेनिस आर. स्मिथ और एल. कीथ विल्यमसन टिप्पणी करते हैं: “हमें ऐसे लोगों की ज़रूरत है जिन पर हम खुलकर भरोसा कर सकते हैं, जिनके साथ हम अपनी सबसे बड़ी ख़ुशियाँ और अपने सबसे परेशान करनेवाले डर बाँट सकते हैं, जिनके साथ हम बात कर सकते हैं।”

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