'वर्तमान युग में सभी बच्चों के khelkood और शिक्षा के समान अवसर प्राप्त? इस विषय पर वाद-विवाद आयोजित कीजिश
Answers
Answer:
पक्ष में विचार –
वर्तमान युग में सभी बच्चों के लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं। यह बात बिलकुल ठीक है। सरकार ने अपने शिक्षण-संस्थानों में सब बच्चों को बिना किसी भेद-भाव के छूट दी है। गरीब से गरीब बच्चा भी पढ़ सकता है और खेल-कूद में भाग ले सकता है। आजकल कई राज्यों में तो प्राथमिक शिक्षा मुफ्त है। बड़ी कक्षाओं में भी फीस न के बराबर है। अत: हम कह सकते हैं कि सबके लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं।
विपक्ष में विचार –
भारत में सभी बच्चों के लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं, यह बात कहना झूठ ही नहीं, एक भद्दा मजाक है। यहाँ करोड़ों बच्चे भूखे रह जाते हैं। उन्हें पढ़ने और खेलने से पहले पेट भरने की चिंता खाने लगती है। उधर लाखों बच्चे बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़ते हैं तथा हर खेल का आनंद लेते हैं। किसी गाँव के सरकारी स्कूल की तुलना किसी महानगर के बड़े स्कूल से करें तो पता चलेगा कि दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है।
Explanation:
पक्ष में विचार –
वर्तमान युग में सभी बच्चों के लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं। यह बात बिलकुल ठीक है। सरकार ने अपने शिक्षण-संस्थानों में सब बच्चों को बिना किसी भेद-भाव के छूट दी है। गरीब से गरीब बच्चा भी पढ़ सकता है और खेल-कूद में भाग ले सकता है। आजकल कई राज्यों में तो प्राथमिक शिक्षा मुफ्त है। बड़ी कक्षाओं में भी फीस न के बराबर है। अत: हम कह सकते हैं कि सबके लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं।
विपक्ष में विचार –
भारत में सभी बच्चों के लिए खेलकूद और शिक्षा के समान अवसर हैं, यह बात कहना झूठ ही नहीं, एक भद्दा मजाक है। यहाँ करोड़ों बच्चे भूखे रह जाते हैं। उन्हें पढ़ने और खेलने से पहले पेट भरने की चिंता खाने लगती है। उधर लाखों बच्चे बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़ते हैं तथा हर खेल का आनंद लेते हैं। किसी गाँव के सरकारी स्कूल की तुलना किसी महानगर के बड़े स्कूल से करें तो पता चलेगा कि दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है।