Hindi, asked by mohdamaan8287498976, 8 months ago

varn vicched of nilgai

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Answered by rabidasprakash45
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Answer:

वर्ण-विच्छेद है।

इसके लिए हमें स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) की जानकारी होना बहुत आवश्यक हो जाता है। स्वरों की मात्राएँ इस प्रकार हैं –

 

स्वर

मात्रा (स्वर चिह्न)

इसकी कोई मात्रा नहीं होती।

ि

 

वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है।

उदाहरण - निधि शब्द का मात्रा विच्छेद होगा - न् + ि + ध् + ि

निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा - न् + इ + ध् + इ

कुमार शब्द का मात्रा विच्छेद करने पर - क् + ु + म् + ा + र् + अ प्राप्त होता है और जब इसी शब्द का वर्ण-विच्छेद किया जाए तो क् + उ + म् + आ + र् + अ प्राप्त होता है।

 

वर्ण-विच्छेद के कुछ उदाहरण

'अ' स्वर के उदाहरण

कलम = क् + अ + ल् + अ + म् + अ

कथन = क् + अ + थ् + अ + न् + अ

(यहाँ आप देख रहे हैं कि ‘अ’ स्वर व्यञ्जन में अन्तर्निहित हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अ स्वर का कोई स्वर चिह्न (मात्रा) नहीं होती।)

 

 

'आ' स्वर के उदाहरण

नाना = न् + आ + न् + आ

पाप = प् + आ + प् + अ

 

'इ' स्वर के उदाहरण

किताब = क् + ि + त् + आ + ब् + अ

दिवार = द् + ि + व् + आ + र् + अ

 

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