varn viched of varnan
Answers
Answer:
वर्ण-विच्छेद यानी वर्णों को अलग-अलग करना। किसी शब्द (वर्णों के सार्थक समूह) को अलग-अलग लिखने की प्रक्रिया को वर्ण-विच्छेद कहते हैं।
सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि वर्ण कितने प्रकार के होते हैं?
वर्ण दो तरह के होते हैं -
1) स्वर
2) व्यञ्जन
इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ण-विच्छेद में हमें शब्दों को जो की वर्णों का समूह हैं, अलग-अलग करना है।
दूसरे शब्दों में - स्वर या व्यञ्जन को अलग-अलग करना वर्ण-विच्छेद है।
इसके लिए हमें स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) की जानकारी होना बहुत आवश्यक हो जाता है। स्वरों की मात्राएँ इस प्रकार हैं –
वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है।
उदाहरण - निधि शब्द का मात्रा विच्छेद होगा - न् + ि + ध् + ि
निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा - न् + इ + ध् + इ
कुमार शब्द का मात्रा विच्छेद करने पर - क् + ु + म् + ा + र् + अ प्राप्त होता है और जब इसी शब्द का वर्ण-विच्छेद किया जाए तो क् + उ + म् + आ + र् + अ प्राप्त होता है।
Explanation:
please mark me as brainlist ❣️
Answer:
उत्तर :
वर्णन शब्द का वर्ण विच्छेद है - व् + अ + र् + ण + अ + न् + अ।
व्याख्या :
- वर्ण विच्छेद का अर्थ होता है शब्द में आए सभी वर्णों को अलग अलग करके लिखना। हम जानते हैं कि हिंदी वर्णमाला में वर्ण दो प्रकार के होते हैं - स्वर और व्यंजन। स्वरों को लिखने के लिए व्यंजनों की आवश्यकता नहीं पड़ती, परंतु व्यंजन स्वर के सहायता से ही बोले जाते हैं। व्यंजन स्वर के साथ जोड़कर ही पूर्ण होते हैं। जैसे- क= क्+अ, इस उदाहरण में 'क्' व्यंजन, 'अ' स्वर के साथ मिलकर ही पूर्ण ध्वनि 'क' बनता है। वर्ण विच्छेद की प्रक्रिया में स्वर और व्यंजन को अलग अलग किया जाता है।
इसी प्रकार ऊपर दिए गए शब्द 'वर्णन' में सभी वर्णों को अलग अलग करके "व् + अ + र् + ण + अ + न् +अ" लिखा गया है।
#SPJ2