Varsha Ritu aane pr Prakriti mein kya Parivartan Hota Hai in hindi.......... Please do this frnds............
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परिवर्तन प्रकृति का विशेष नियम है। वर्षा ऋतु भी परिवर्तन को दर्शाती है। जिस तरह वसंत ऋतु के बाद ग्रीष्म ऋतु आती है, उसी तरह ग्रीष्म ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। फिर शीत ऋतु आती है। प्रकृति (कुदरत) कभी किसी एक जगह स्थिर नहीं रहती है। यह हमेशा बदलती रहती है। वर्षा ऋतु समय को भी प्रदर्शित करती है। जिस तरह समय हमेशा बदलता रहता है उस तरह मौसम और ऋतुये भी हमेशा बदलती रहती हैं।
वर्षा ऋतु सुख-दुख के चक्र को दर्शाती है
जिस तरह जीवन में सुख और दुख का चक्र निरंतर चलता रहता है, उसी तरह प्रकृति भी मनुष्य को भिन्न-भिन्न रूपों में सुख और दुख का एहसास कराती रहती है। ग्रीष्म ऋतु आने पर सभी जगह पानी की कमी हो जाती है। गर्मी बढ़ने से लोगों को कहीं भी चैन नहीं मिलता है। वह हमेशा परेशान दिखते हैं। सब लोग बार बार यही कहते हैं कि “गर्मी बहुत है” मनुष्य के साथ पशु पक्षी, गाय, भैंस, बकरियां और दूसरे जीव भी बेहाल हो जाते हैं।
Answer:
दिए गए प्रश्न के अनुसार हिंदी अनुवाद है :
- 'वर्षा ऋतु के आने पर प्रकृति में क्या परिवर्तन होता है?'
Explanation :
- छह ऋतुएँ होती हैं और वे हैं : ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमन्त, सर्दी और वसंत।
- बारिश का मौसम प्रकृति में अपने महान योगदान के लिए जाना जाता है। यह प्रकृति को बहुत अच्छी तरह से साफ करता है और प्रकृति एक बार फिर प्रजनन की अपनी यात्रा पर शुरू होती है क्योंकि गर्मी सब कुछ सूखा कर देती है।
- बरसात का मौसम सभी जीव के लिए शुद्ध पानी देता है। मछलियाँ अंडे देने के लिए आती हैं, वन्य जीवन में प्रजनन प्रणाली फिर से शुरू होती है। बरसात का मौसम मिट्टी को बहुत अच्छी तरह से उर्वरित करता है। प्रकृति फूलों से खिलती है और हमारे लिए फल पैदा करती है, ताकि हम भूखे न रहें।
- हम प्रकृति पर निर्भर हैं, इसलिए हमें उनकी देखभाल करनी चाहिए क्योंकि अगर प्रकृति अपना संतुलन खो देती है तो सब कुछ जल्द ही नष्ट हो जाएगा।