Hindi, asked by shariq2750, 1 year ago

Vartaman samay men swachhata ko lekar bharat ki sthiti

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Answered by RabbitPanda
50
स्वच्छता, विकास और सामाजिक परिवर्तन तीनों का आपस में काफी घनिष्ठ सम्बन्ध है। एक विकसित समाज की पहचान का संकेतक समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता का स्तर है। किसी भी समाज, जहाँ के लोग गन्दगी में रहते हों और स्वास्थ्य के स्तर पर कमजोर हों उन्हें विकसित या सभ्य नहीं कहा जा सकता। स्वास्थ्य का सम्बन्ध अनिवार्य रूप से स्वच्छता से जुड़ा हुआ है। इसलिए जहाँ स्वच्छता है वहीं स्वास्थ्य है। साथ ही जहाँ स्वास्थ्य है, वहीं विकास और प्रगति भी है। क्योंकि एक स्वस्थ समाज के सदस्य ही एक बेहतर मानव संसाधन हो सकते हैं और राष्ट्र के विकास में सहयोगी भी। साथ ही यदि समाज में स्वास्थ्य का स्तर बेहतर नहीं रहता तो स्वास्थ्य सुविधाओं पर राजस्व का एक बड़ा हिस्सा व्यय करना पड़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा मानव विकास सूचकांक के निर्धारण में स्वस्थ जीवन को भी एक संकेतक माना गया है। अर्थात् एक मानव के विकास का निर्धारण उसके स्वस्थ जीवन जीने के आधार पर किया जाता है। जीवन में स्वास्थ्य का महत्व सदियों से बताया जाता रहा है और यह एक व्यक्ति, समाज, राष्ट्र के विकास के लिए अत्यंत महत्व रखता है। वर्तमान में भी स्वच्छता को लेकर एक राष्ट्रव्यापी आन्दोलन छिड़ा हुआ है, और यह खुशी की बात है कि इसका आगाज राजनीतिक क्षेत्र से हुआ है। यह सत्य है कि स्वास्थ्य और स्वच्छता राजनीतिक अवधारणा नहीं है, किन्तु इस सन्दर्भ में स्वतन्त्रता आन्दोलन के दौरान भी महात्मा गांधी और उनके समर्थक लगातार लोगों को इस दिशा में जागरूक करते रहे। राजनीति शास्त्र की भाषा में इसे ना तो वोटों का आधार माना जाता है और ना ही राजनीतिक वैचारिकी। किन्तु फिर भी यह लोगों के बड़े समूह तक यदि सीधे पहुँच रहा है तो यह बेहतर पहल कही जायेगी।

@skb
Answered by Anonymous
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vartamaan me bharat swachhata ki or jyada dyan de rha h
bharat ko swachh or saaf suthra bnane k liye tarah tarah k niyam lagu kiye ja rhe h
jese ki hme kabhi b kachre ko khule me nhi fekna chahiye use hme dustbin me dalna chahiye
bharat ko swachh rakhne k liye jgah jgah par ped podhhe lgae ja rhe h

hope it help
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