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'हमें उस शिक्षा की आवश्यकता है जिसके
द्वारा चरित्र का निर्माण होता है, मस्तिष्क की
शक्ति बढ़ती है, बुद्धि का विकास होता है
और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सकता
है।' शिक्षा संबंधी उक्त विचार किसके हैं?
Answers
'हमें उस शिक्षा की आवश्यकता है जिसके द्वारा चरित्र का निर्माण होता है, मस्तिष्क की शक्ति बढ़ती है, बुद्धि का विकास होता है और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है।'
शिक्षा संबंधी उक्त विचार ‘स्वामी विवेकानन्द’ द्वारा व्यक्त किये गये हैं।
स्वामी विवेकनन्द भारत के एक प्रसिद्ध महान संत, दार्शनिक और विचारक थे। स्वामी विवेकानंद को अमेरिका में हुई धर्म संसद में दिए गए भाषण के लिए बेहद प्रसिद्धि प्राप्त हुई थी। उनके इस भाषण ने अमेरिका के लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा था। स्वामी विवेकानंद का वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता के एक बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ था। आध्यात्मिकता की ओर उनका झुकाव अपने गुरु रामकृष्ण देव के सानिध्य में आने पर हुआ। उनका देहावसान 4 जुलाई 1902 को हुआ।
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HELLO DEAR,
हमें उस शिक्षा की आवश्यकता है जिसके द्वारा चरित्र का निर्माण होता है, मस्तिष्क की शक्ति बढ़ती है, बुद्धि का विकास होता है और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है।
उपयुक्त शिक्षा संबंधी उत्तम विचार स्वामी विवेकानंद जी द्वारा व्यक्त किए गए थे।
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। सन्यास धारण करने से पहले उनका नाम नरेंद्र नाथ दत्ता था व नरेंद्र दत्त के नाम से भी जाने जाते थे। उनका परिवार धनी कुलीन और उदारता व विद्वता के लिए विख्यात था।
सन 1884 में विश्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गई।
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THANKS.