वत्स वृक्ष मेरे हाथ हैं मत काटो इन्हें जिन्हें फैलाकर बादलो से पानी माँगती रही सदियों से तुम्हारे लिए। मुझे नहीं चाहिए ग्रीष्म मे छाँव, शीत में ओढना बारिश में छाता। सदियों से पीठ पर बोझ लादे हुए हूँ और तुम हो जो मेरे हाथ काट रहे हो वत्स मत काटो मेरे हाथ जो ताजी हवा ताजे फल जड़ी बूटी और जीवन देते रहे तुम्हें कट जायेंगे यदि मेरे सारे हाथ उस दिन न पानी मिलेगा अनाज
1. पद्यांश मे सूचित प्रमुख समस्या
answer please-
____________________
2. वृक्ष इसके हाथ हैं
answer please -
____________
Attachments:
Answers
Answered by
2
पद्यांश में दिए गए प्रश्नों के उत्तर निम्नलिखित हैं।
- पद्यांश में सूचित प्रमुख समस्या यह है कि आज मनुष्य वृक्षों को काट रहा है जिससे प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है । यह धरती माता हम मनुष्यो से याचना कर रही है कि इन वृक्षों को मत काटो, ये वृक्ष मेरे हाथ है। इन वृक्षों की सहायता से ही बदल बरसते है, वर्षा होती है ,तुम मनुष्यों को अनाज मिलता है , यदि वृक्ष काट दोगे तो तुम्हे न तो पानी मिलेगा तथा न ही अन्न मिलेगा।
2. वृक्ष धरती माता के हाथ है।
Similar questions
Math,
1 month ago
Chemistry,
1 month ago
Math,
2 months ago
Computer Science,
10 months ago
English,
10 months ago