Hindi, asked by ranveerravel, 1 year ago

Vidyarthi ke Jeevan Mein Pariksha mahatva par nibandh.

Answers

Answered by snehaj12161
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मित्र इस विषय पर हम स्वयं कुछ पंक्तियां लिखकर दे रहे हैं। आप भी अपनी समझ से इसमें कुछ और पंक्तियाँ जोड़कर इसे पूरा करें-

परीक्षा योग्यता की परख का उत्तम साधन है। जो मनुष्य सक्षम है, वही परीक्षा पास करता है। जो मनुष्य अयोग्य है, वह परीक्षा को उतीर्ण नहीं कर सकता। हम अनुभव के महत्व को नकार नहीं सकते हैं। परंतु कई स्थानों पर शिक्षा अधिक प्रभावशाली होती है। एक अशिक्षित व्यक्ति यदि मौखिक गणित में अच्छा है और उसे बैंक का कार्य भार संभालने को कहा जाए, तो वहाँ वह अयोग्य साबित होगा। सबसे पहले उसकी शैक्षिक योग्यता देखी जाएगी। ऐसे में उसका अनुभव व्यर्थ हो जाएगा क्योंकि जब आंकड़े संकलन की बात आती है, तो वह कुछ नहीं कर पाएगा। यही कारण है कि परीक्षा का प्रावधान रखा गया। इसके माध्यम से मनुष्य की शैक्षिक योग्यता का सही मूल्यांकन किया जाता। परीक्षा किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो करवाना आवश्यक है। इस तरह सही व्यक्ति का चयन होता है और कार्य को सही हाथों में सौंप दिया जाता है। परीक्षा का यही महत्व है। सही काम के लिए योग्य प्रतियोगी

Answered by nikhiljangir85
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Answer:

आधुनिक शिक्षा प्रणाली की परीक्षाएं एक महत्वपूर्ण विशेषता हैं। परीक्षा बहुत कम औसत दर्जे के छात्रों से अच्छे से छुटकारा पाती है। लेकिन परीक्षाओं की मौजूदा प्रणाली के खिलाफ कई आपत्तियां हैं। वे मनुष्यों की क्षमता के वास्तविक परीक्षण में नहीं हैं। एक निराधार लड़का एक परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए भाग्यशाली हो सकता है लेकिन एक उज्ज्वल छात्र भाग्य की विडंबना का शिकार हो सकता है। दोबारा, कई सैकड़ों पुरुष और महिलाएं हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में महानता हासिल की हैं और फिर भी उनके क्रेडिट की कोई परीक्षा नहीं है।

और इसमें कोई गारंटी नहीं है कि जिस व्यक्ति ने क्रेडिट के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है वह जीवन में कुछ उत्कृष्ट कार्य करेगी। जो परीक्षा में सफलता प्राप्त करता है वह जीवन में एकदम असफल साबित हो सकता है। और फिर भी कोई राहत नहीं लगता है क्योंकि परीक्षा के लिए कोई व्यावहारिक विकल्प नहीं है।

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