English, asked by Neelanjana11, 1 year ago

vidyarthi ya anusashan par nibandh

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Answered by Bhavanavindamuri
3
Heya!! ✌️✌️

Here is your answer dear....

समाज की सहायता के बिना मानव जीवन का अस्तित्व असम्भव है। सामाजिक जीवन को सुख संपन्न बनाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। इन नियमों को हम सामाजिक जीवन के नियम कहते हैं। इनके अंतर्गत मनुष्य व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से नियमित रहता है तो उसके जीवन को अनुशासित जीवन कहते हैं। हमारे जीवन मे ‘अनुशासन’ एक ऐसा गुण है, जिसकी आवश्‍यकता मानव जीवन में पग-पग पर पड़ती है। अनुशासन ही मनुष्य को एक अच्छा व्यक्ति व एक आदर्श नागरिक बनाता है।

'अनुशासन सफलता की कुंजी है'- यह किसी ने सही कहा है। अनुशासन मनुष्य के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। यदि मनुष्य अनुशासन में जीवन-यापन करता है, तो वह स्वयं के लिए सुखद और उज्जवल भविष्य की राह निर्धारित करता है। अनुशासन मानव-जीवन का आवश्यक अंग है। मनुष्य को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में चाहे वह खेल का मैदान हो अथवा विद्यालय, घर हो अथवा घर से बाहर कोई सभा-सोसायटी, सभी जगह अनुशासन के नियमों का पालन करना पड़ता है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन का महत्व है। अनुशासन से धैर्य और समझदारी का विकास होता है। समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।

परिवार अनुशासन की आरंभिक पाठशाला है। अनुशासन का पाठ बचपन से परिवार में रहकर सीखा जाता है। बचपन के समय मे अनुशासन सिखाने की जिम्‍मेदारी माता-पिता तथा गुरूओं की होती है। एक सुशिक्षित और शुद्ध आचरण वाले परिवार का बालक स्वयं ही नेक चाल-चलन और अच्छे आचरण वाला बन जाता है। माता-पिता की आज्ञा का पालन उसे अनुशासन का प्रथम पाठ पढ़ाता है। परिवार के उपरांत अनुशासित जीवन की शिक्षा देने वाला दूसरा स्थान विद्यालय है। शुद्ध आचरण वाले सुयोग्य गुरुओं के शिष्य अनुशासित आचरण वाले होते हैं। ऐसे विद्यालय में बालक के शरीर, आत्मा और मस्तिष्क का संतुलित रूप से विकास होता है।

विद्यार्थी समाज की एक नव-मुखरित कली है। इन कलियों के अंदर यदि किसी कारणवश कमी आ जाती है तो कलियाँ मुरझा ही जाती हैं, साथ-साथ उपवन की छटा भी समाप्त हो जाती है। यदि किसी देश का विद्यार्थी अनुशासनहीनता का शिकार बनकर अशुद्ध आचरण करने वाला बन जाता है तो यह समाज किसी न किसी दिन आभाहीन हो जाता है। विद्यार्थी हमारे देश का मुख्य आधार स्तंभ है। यदि इनमें अनुशासन की कमी होगी, तो हम सोच सकते हैं कि देश का भविष्य कैसा होगा। विद्यार्थी के लिए अनुशासन में रहना और अपने सभी कार्यों को व्यवस्थित रूप से करना बहुत आवश्यक है।

I HOPE THIS WILL HELP YOU OUT......

HAVE A GREAT DAY DEAR....


#Bhavana ☺️
Answered by BrainlyVirat
4
अनुशासन

विद्यार्थियों के जीवन में अनुशासन को बड़ा महत्व है ।

अनुशासन का अर्थ है नियमो का पालन करना । कुछ सिद्धांतों को स्थापित करना और उसका पालन करना अनुशासन है। 

हर विद्यार्थी के जीवन के पहली गुरु माता पिता होते है ।
वह बच्चा जो शुरुआत से अनुशासन का पालन करता है वह उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या को आसानी से सामना कर सकता है ।

अनुशासित छात्र अच्छी तरह से हैं व्यवहार करते है। हालांकि छात्रों को अनुशासन के नाम पर अनावश्यक रूप से दंडित नहीं किया जाना चाहिए ।

अनुशासन सिखाने के लिए स्कूल सबसे अच्छी जगह है ।
यदि छात्र अनुशासन के बारे में जागरूक हो जाते हैं, तो वे अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे | लेकिन उनमें से अधिकांश को बुजुर्गों और शिक्षकों का कोई सम्मान नहीं है | 

पूरे दौर के विकास के लिए हर विद्यार्थी को अनुशासित होना चाहिए । इस प्रकार , हर विद्यार्थी अनुशासित बनना है तो सभी नियमो का पालन कर ,उन्हें अपने जीवन में बनाए रखना है और देश। के लोक तंत्र को आगे बढ़ाना है।

धन्यवाद ।
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