Vigyan ke Labh aur Hani par nibandh in 80 and 60 words
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आज का युग विज्ञान का युग है। आज जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार दिखाई देते हैं। विज्ञान के इन अनेक आविष्कारों ने मानव जीवन को पहले से अधिक सरल बना दिया है। विज्ञान ने वायुयान, जलयान रॉकेट, कार व ट्रेन आदि यातायात के साधनों का आविष्कार करके वर्षों की यात्रा को दिनों में और दिनों की यात्रा घंटों में संभव कर दी है। तार, टेलीफोन और बेतार के तार द्वारा संवाद भेजने में बड़ी सुविधा हो गई है। इन सब के द्वारा आज संसार बहुत छोटा हो गया है।
मानव चंद्रमा पर भी पहुंच गया है और अब तो उसके कदम मंगल पर भी पड़ने वाले हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने अनेक चमत्कार किए हैं। जिन रोगों को पहले असाध्य मान उनका इलाज नहीं किया जाता था, आज उन लोगों का भी इलाज किया जा सकता है। इंजेक्शन तथा शल्य चिकित्सा द्वारा आज असाध्य से असाध्य रोगों का भी आसानी से उपचार किया जा सकता है। प्लास्टिक सर्जरी द्वारा कृत्रिम अंग बखूबी लगा दिए जाते हैं, तथा अल्ट्रासाउंड द्वारा सूक्ष्म से सूक्ष्म अंगों के चित्र खींचे जा रहे हैं। आंखों का भी दूसरे के शरीर में प्रत्यारोपण संभव हो गया है।
विज्ञान के लाभ और हानियाँ
आज का युग वैज्ञानिक युग है। हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसका प्रभाव देखा जा सकता है। विज्ञान शब्द का अर्थ है- किसी भी विषय में विशेष ज्ञान प्राप्त करना। मनुष्य का यह स्वभाव है कि वह अधिक - से - अधिक जानकारी व ज्ञान प्राप्त करना चाहता है। यही कारण है कि उस आदमी पत्थर के ज़ाने से आज वैज्ञानिक युग तक पहुँच गया है। आज के वैज्ञानिक सेवकों ने मनुष्य को हैरान कर दिया है। आधुनिक वैज्ञानिक आविष्कारों से मनुष्य का जीवन बहुत सुखी और सरल बन गया है। आज के मनुष्य को हर प्रकार की सुविधा प्राप्त है। रेलगाड़ी, मोटर और वायुयान जैसे यातायात के साधन हैं। सिनेमा, रेडियो और टेलीविज़न के रूप में हमें बेहतरीन मनोरंजन के साधन प्राप्त हैं। आज लगभग सभी रोगों का इलाज संभव है। बड़े - बड़े ऑपरेशन साधारण हो गए हैं। शरीर के बनावटी अंगों की सहायता से मनुष्य पूरे काम कर सकता है- बहरे सुन सकते हैं और लंगड़े चल सकते हैं। सर्दी - गर्मी को हमने बिजली की सहायता से अपने वश में कर लिया है। बड़ी - बड़ी मशीनें हमारे एक बटन दबाने पर चलने लगती हैं। यह सब विज्ञान का ही चमत्कार है। जैसे पौधों पर सुंदर फूल के साथ काँतों का होना स्वाभाविक है, उसी तरह विज्ञान के प्रभावों के साथ शैतानियों का भी डर रहता है। बिजली के नंगे तार पर हाथ लगना, तो क्षण - भर में जीवन समाप्त हो जाता है। असाध्य रोगों को दूर करने के साथ ऐसे भयंकर अस्त्र - शस्त्र भी मनुष्य ने बना लिए हैं, जो कुछ ही समय में सभी संसार को भस्म कर सकते हैं। इसी विज्ञान ने आज विश्व के देशों में एक - दूसरे पर संदेह और भय उत्पन्न किया है। वायुयान जहाँ जरूरत की जगह पर अन्न, वस्त्र और औषधियाँ ले जाता है, वहीं बम भी गिरा हो सकता है। इस प्रकार के विज्ञान से यानिकी भी हैं, लेकिन यह दोष विज्ञान का नहीं है। यह दोष इन वस्तुओं के प्रयोग करने वाले मनुष्यों का है। अतः विज्ञान का सदुपयोग किया गया, तो इससे लाभ - ही - लाभ है।
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