VII. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए
36. विक्रम साराभाई बाल्यकाल से ही प्रतिभावान छात्र थे। जब उनकी उम्र मात्र दो वर्ष की थी, तभी
रविन्द्रनाथ टैगोर ने भविष्यवाणी की थी कि 'यह बालक बड़ा होकर बहुत यश प्राप्त करेगा"
विक्रम को बचपन से ही साहसिक कार्य पसंद थे। जब उनकी आयु आठ वर्ष की थी, तो वह
साइकिल पर भाँति-भाँति की कलाबाजियाँ दिखाकर लोगों को विस्मित कर देते थे। विश्व में वह
सदैव कास्मिक किरणों और परमाणु अनुसंधान के लिए स्मरण किए जाते रहेंगे।
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answer is pratibhaban chatra
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