vili. ईश्वर दीन-दुखियों के आँसू बनकर क्यों बह रहे थे और वे कवि से क्या चाहते थे?
Answers
Answered by
0
Answer:
or way kavi se kahte hai ki manusay ko apne
hisab se baat karna chahiye
ye hi thik rahata hai
Explanation:
is this right answer
Answered by
8
Answer:
जब कवि दुनिया में मान-सम्मान और धन एकत्र करने में लगे थे तब ईश्वर किसी दुखिया के आँसू बनकर उनके लिए बह रहे थे अर्थात ईश्वर यह चाहते थे कि कवि उन दीन-दुखियों की मदद करे, उनके आँसू पोंछकर उनके दुख दूर करें। कवि का कहने का भाव यह है कि मानव सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवा है।
Similar questions
Social Sciences,
4 hours ago
Economy,
7 hours ago
Physics,
7 hours ago
English,
8 months ago
Physics,
8 months ago