vriksharopan ki avashyakta☑️ par nibandh
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vrkhsharopen ki avashyakta din prati din badhti hi ja rahi hai yadi is vishay per dhyan na diya jaye to yah ek abhishap k rup me hamare bhavishya me ayega
yah jimeddari sirf sarkar ki hi nahi hamari bhi jimmedari hai
वृक्ष धरती पर जीवन का सबसे बड़ा कारक है। अगर धरती पर जीवन संभव है, तो वह वृक्ष के कारण ही हैं। जिस प्रकार हमारे जीवन में जल और वायु महत्व रखता है, उसी प्रकार वृक्ष भी हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है।
लेकिन आधुनिकता में हमने वृक्षों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। वनों की अंधाधुंध कटाई की है, जिससे जीव-जंतुओं के आश्रय स्थान समाप्त हो गए हैं।
वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण लगातार धरती के तापमान में बढ़ोतरी होते जा रही है। प्रदूषण फैलने के कारण तरह-तरह की बीमारियां धरती पर जन्म ले रही है। वर्षा नहीं होने के कारण फसलों की उपज कम भी होते जा रही है।
वृक्ष हमारी मूलभूत जरूरत को पूरा करता है। मानव समुदाय शुरू से ही पेड़-पौधों पर बहुत आश्रित रहा है, लेकिन बढ़ती जनसंख्या और विकास की दौड़ ने हमें अंधा कर दिया।
पर्यावरण के संतुलन को अनदेखा करते हुए हम सभी अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते आ रहे हैं। जिसके गंभीर परिणाम, ग्लोबल वॉर्मिंग के रूप में आज दिखाई पड़ रहे हैं।