Vyakaran ka bhasha se kya sambandh h
Answers
वर्ण विचार- इसमे वर्णों के उच्चारण, रूप, आकार, भेद आदि के सम्बन्ध में अध्ययन होता है।
शब्द विचार- इसमें शब्दों के भेद, रूप, प्रयोगों तथा उत्पत्ति का अध्ययन किया जाता है।
वाक्य विचार- इसमे वाक्य निर्माण, उनके प्रकार, उनके भेद, गठन, प्रयोग, विग्रह आदि पर विचार किया जाता है।
व्याकरण और भाषा :-
◾ व्याकरण और भाषा ( परिचय )
• व्याकरण भाषा का ' विश्लेषण ' करता है ।
सरल शब्दों में कहें तो व्याकरण वह शास्त्र है
जहां भाषा को शुद्धता रूप दिया जाता है ।
• भाषा हमारे विचारों , बातों की अभिव्यक्ति
है,जिसको हम लिखकर, बोलकर या तो संकेत
द्वारा सामने वाले व्यक्ति को अभिव्यक्त कर
सकते है ।
◾ व्याकरण : शुद्ध भाषा के लिए जरूरी
तत्व
भाषा को शुद्ध करने के लिए अर्थात भाषा को
शुद्धता प्रदान करने के लिए ' व्याकरण ' अति
आवश्यक होता है । व्याकरण के बिना , हम
भाषा को शुद्धता प्रदान नहीं कर सकते ।
◾ व्याकरण और शुद्ध भाषा का सहसंबद्धता
( correlated )
अतः व्याकरण और शुद्ध भाषा आपस में ही
सहसंबद्ध है । शुद्ध भाषा हेतु व्याकरण का
ज्ञान होना अनिवार्य है वहीं दूसरी ओर
व्याकरण के बिना ' भाषा को शुद्ध ' नहीं कर
सकते । केवल भाषा की बात करें तो , भाषा
के लिए व्याकरण का ज्ञान होना जरूरी नहीं
है। भाषा को हम बिना व्याकरण के मदद से
ही सीख सकते है , परन्तु वहीं भाषा को शुद्ध
बनाने हेतु व्याकरण जरूरी है । वहीं दूसरी
ओर शुद्ध भाषा सीखने , पढ़ने , पढ़ाने ,
लिखने हेतु व्याकरण की बेहद आवश्यकता
होती है ।
◾ निष्कर्ष ( संक्षिप्त )
• शुद्ध भाषा के लिए व्याकरण जरूरी है
• केवल ' भाषा ' के लिए व्याकरण जरूरी
नहीं।
• शुद्ध भाषा और व्याकरण दोनों एक दूसरे के
पूरक है ।