Vyakti ki pehchan uske poshak se nahi hote 2 minutes speech pls urgent
Pls help ! ! ! !
Dhruval786:
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25
what a coincident ? recently I also got a homework yo prepare a speech on the same topic.
vyakti ki pehchaan uske poshakh se nahi hoti balki uske vyavar se hoyi hain . insan chahe kitne bhi achche kapde kyo na pehen le paruntu agar uska vyavar achcha na ho toh koi bhi uska samman nahi karega . apne ghar me toh barack obama bhi aam logo ke tarah poshak pehente hain . ho sakta hai ki koi vyakti apko achche poshak pehen kar bewakoof bana de isliye hamein vyakti ka vyavar dekhna chahiye , na ki poshak.
vyakti ki pehchaan uske poshakh se nahi hoti balki uske vyavar se hoyi hain . insan chahe kitne bhi achche kapde kyo na pehen le paruntu agar uska vyavar achcha na ho toh koi bhi uska samman nahi karega . apne ghar me toh barack obama bhi aam logo ke tarah poshak pehente hain . ho sakta hai ki koi vyakti apko achche poshak pehen kar bewakoof bana de isliye hamein vyakti ka vyavar dekhna chahiye , na ki poshak.
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70
From the following points you can make your article :-
→ व्यक्ति की पहचान उसके पोशाक से नही होती, बल्कि उसके व्यवहार, चरित्र, गुण , बुद्धि एंव अच्छे कर्म से होती है।
→ यह कहना अनुचित होगा, कि व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों या पोशाक से होती।
→ मनुष्य के अच्छे कार्य, ही मनुष्य की अमूल्य पहचान है।
→ मनुष्य के गुण ही उसे जीवन में सफलता दिलाते है।
→ व्यक्ति कितने ही अच्छे पोशाक क्यों न पहन ले , परंतु उसकी असल पहचान उसके विचार है, जिससे उसे समाज में सम्मान मिलता है ।
→ उदाहरण के तौर आप हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को ले सकते है, जिन्होंने साधारन खादी वस्त्र पहन कर मातृभूमि की सेवा में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पूरा संसार , भारतवर्ष उन्हें उनके वस्त्रों से नही, बल्कि उनके उच्च विचार, अच्छे कर्मों के लिए याद करता है ।
hopes it helps ^_^
→ व्यक्ति की पहचान उसके पोशाक से नही होती, बल्कि उसके व्यवहार, चरित्र, गुण , बुद्धि एंव अच्छे कर्म से होती है।
→ यह कहना अनुचित होगा, कि व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों या पोशाक से होती।
→ मनुष्य के अच्छे कार्य, ही मनुष्य की अमूल्य पहचान है।
→ मनुष्य के गुण ही उसे जीवन में सफलता दिलाते है।
→ व्यक्ति कितने ही अच्छे पोशाक क्यों न पहन ले , परंतु उसकी असल पहचान उसके विचार है, जिससे उसे समाज में सम्मान मिलता है ।
→ उदाहरण के तौर आप हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को ले सकते है, जिन्होंने साधारन खादी वस्त्र पहन कर मातृभूमि की सेवा में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पूरा संसार , भारतवर्ष उन्हें उनके वस्त्रों से नही, बल्कि उनके उच्च विचार, अच्छे कर्मों के लिए याद करता है ।
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