what do we learn from the story of Judav molai peyang?
Answers
Explanation:
अधिकम्” का प्रयोग-
जब किसी समय में कुछ मिनट ज्यादा हों वहाँ पर “अधिकम्” का प्रयोग किया जाता है । जैसे- 1:10 हो रहे हों तो इसे हिन्दी में कहेंगे- एक बजकर दस मिनट हो रहे हैं और संस्कृत में इसे कहेंगे- “दश अधिकं एक वादनम्” ।
यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है कि जब हिन्दी में समय बोला जा रहा है तब मिनट का प्रयोग बाद में किया जा रहा है, परन्तु जब संस्कृत में समय बोला जा रहा है तब मिनट का प्रयोग पहले किया जा रहा है ।
1:10- दश अधिकम् एकवादनम्
4:25- पंचविंशति: अधिकं चतुर्वादनम्
5:33-त्रयस्त्रिंशत् अधिकं पंचवादनम्
7:42- द्विचत्वारिंशत् अधिकं सप्तवादनम्
8:50- पंचाशत् अधिकं अष्टवादनम्
9:55- पंचपंचाशत् अधिकं नववादनम्
10:17- सप्तदश अधिकं दशवादनम्
11:28- अष्टविंशति: अधिकम् एकादश वादनम्
12:04- चतुर् अधिकं द्वादश वादनम्
Answer:
He is known as "The Forest Man of India". We learn from him that is man's responsibility to plant and allow the environment to grow. His story teaches us that even an individual's effort can bring a change in the world but one needs to have that kind of determination