What is energy conservation essay in hindi
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भारत में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम वर्ष 2001 में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) द्वारा लागू किया गया था. ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) भारत सरकार का एक कानूनी संगठन है जोकि भारत सरकार के अधीन कार्य करता है और ऊर्जा दक्षता और उसके इस्तेमाल के संदर्भ में भारत सरकार का सहयोग करता है ताकि ऊर्जा के उपयोग को न केवल बेहतर बनाया जा सके बल्कि उसकी दक्षता में भी सुधार किया जा सके. ऊर्जा संरक्षण अधिनियम ऊर्जा क्षमता की परियोजनाओं बेहतर संचालन, ऊर्जा, परियोजनाओं, नीति एवं अध्ययन, एवं वित्त पर चल रहे विविध कार्यों में प्रगति के क्रियान्वयन के लिए विशेषज्ञ, विशिष्ट और आशावादी प्रबंधकों और लेखा परीक्षकों का उपयोग करना चाहता है ताकि भारत में ऊर्जा के बेहतर भविष्य को सुरक्षित किया जा सके.
भारत में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को ऊर्जा के बचत एवं संरक्षण के महत्व के बारे में जनता को सचेत करने के लिए आयोजित किया जाता है. साथ ही उसके बेहतर इस्तेमाल के माध्यम से उसे भविष्य हेतु सुरक्षित करने के तरीके बनाये जाते है. इसेक अलावा ऊर्जा संरक्षण का सही अर्थ समझाने और ऊर्जा के अपव्यय को कम से कम करने के लिए सचेत किये जाते हैं. ऊर्जा के प्रभावी उपयोग को बनाये रखने के लिए किये जाने वाले उपाय अत्यंत प्रासंगिक है.
हमारे देश के सभी व्यक्तियों को प्रभावी ऊर्जा के उपयोग के बारे में पता होना चाहिए. इस सन्दर्भ में भारत के प्रत्येक व्यक्ति के लिए ऊर्जा के बेहतर इस्तेमाल के संदर्भ में जानकारी होनी चाहिए. साथ ही विधि के माध्यम से अपने स्वयं के भविष्य की भलाई के लिए और विभिन्न अन्य तरीकों से ऊर्जा की रक्षा के लिए तरीके अपनाये जाने पर बल दिए जाते हैं. भारत के सभी लोग प्रत्यक्ष तौर पर 11 वीं पंचवर्षीय योजना अवधि में ऊर्जा अपव्यय को कम से कम करने के लिए आंदोलन कर सकते हैं. वर्त्तमान में युवा लोगों को सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए और राष्ट्र की आर्थिक स्थिति में वृद्धि करने के लिए आगे आना होगा क्योंकि वे ही इस देश के भविष्य हैं.
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण आंदोलन को और अधिक कुशल और देश भर में असाधारण बनाने के क्रम में बहुत से कार्यक्रमो का आयोजन विविध संगठनो के माध्यम से आयोजित किया जाता है. इस सन्दर्भ में कई महत्वपूर्ण ऊर्जा संरक्षण प्रतियोगिता का आयोजन भारत सरकार के द्वारा और आम व्यक्तियों के द्वारा भी बस्तियों के आसपास आयोजित की जाती है. इनके अंतर्गत शामिल हैं:
• चित्रकारी प्रतियोगिता
• पोस्टर मेकिंग
• नारे लेखन, आदि
• यह जीवन के हर चरण में ऊर्जा संरक्षण के महत्व के प्रसार करने के लिए मनाया जाता है.
• देश भर में चर्चा, सम्मेलनों, वाद-विवाद, कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं और आदि जैसे विभिन्न घटनाओं के संचालन से ऊर्जा संरक्षण प्रक्रिया की विधि की पुष्टि की जाति है.
• अपव्यय और अनावश्यक उपयोग करने से बचने के लिए कम ऊर्जा का उपयोग के लिए व्यक्तियों का समर्थन प्राप्त करना.
• ऊर्जा की खपत को कम करने और ऊर्जा नुकसान की जांच करने के लिए बेहतर माध्यमों का इस्तेमाल करना और प्रभावी ऊर्जा के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करना.
भारत में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को ऊर्जा के बचत एवं संरक्षण के महत्व के बारे में जनता को सचेत करने के लिए आयोजित किया जाता है. साथ ही उसके बेहतर इस्तेमाल के माध्यम से उसे भविष्य हेतु सुरक्षित करने के तरीके बनाये जाते है. इसेक अलावा ऊर्जा संरक्षण का सही अर्थ समझाने और ऊर्जा के अपव्यय को कम से कम करने के लिए सचेत किये जाते हैं. ऊर्जा के प्रभावी उपयोग को बनाये रखने के लिए किये जाने वाले उपाय अत्यंत प्रासंगिक है.
हमारे देश के सभी व्यक्तियों को प्रभावी ऊर्जा के उपयोग के बारे में पता होना चाहिए. इस सन्दर्भ में भारत के प्रत्येक व्यक्ति के लिए ऊर्जा के बेहतर इस्तेमाल के संदर्भ में जानकारी होनी चाहिए. साथ ही विधि के माध्यम से अपने स्वयं के भविष्य की भलाई के लिए और विभिन्न अन्य तरीकों से ऊर्जा की रक्षा के लिए तरीके अपनाये जाने पर बल दिए जाते हैं. भारत के सभी लोग प्रत्यक्ष तौर पर 11 वीं पंचवर्षीय योजना अवधि में ऊर्जा अपव्यय को कम से कम करने के लिए आंदोलन कर सकते हैं. वर्त्तमान में युवा लोगों को सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए और राष्ट्र की आर्थिक स्थिति में वृद्धि करने के लिए आगे आना होगा क्योंकि वे ही इस देश के भविष्य हैं.
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण आंदोलन को और अधिक कुशल और देश भर में असाधारण बनाने के क्रम में बहुत से कार्यक्रमो का आयोजन विविध संगठनो के माध्यम से आयोजित किया जाता है. इस सन्दर्भ में कई महत्वपूर्ण ऊर्जा संरक्षण प्रतियोगिता का आयोजन भारत सरकार के द्वारा और आम व्यक्तियों के द्वारा भी बस्तियों के आसपास आयोजित की जाती है. इनके अंतर्गत शामिल हैं:
• चित्रकारी प्रतियोगिता
• पोस्टर मेकिंग
• नारे लेखन, आदि
• यह जीवन के हर चरण में ऊर्जा संरक्षण के महत्व के प्रसार करने के लिए मनाया जाता है.
• देश भर में चर्चा, सम्मेलनों, वाद-विवाद, कार्यशालाओं, प्रतियोगिताओं और आदि जैसे विभिन्न घटनाओं के संचालन से ऊर्जा संरक्षण प्रक्रिया की विधि की पुष्टि की जाति है.
• अपव्यय और अनावश्यक उपयोग करने से बचने के लिए कम ऊर्जा का उपयोग के लिए व्यक्तियों का समर्थन प्राप्त करना.
• ऊर्जा की खपत को कम करने और ऊर्जा नुकसान की जांच करने के लिए बेहतर माध्यमों का इस्तेमाल करना और प्रभावी ऊर्जा के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करना.
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Explanation:
Wise and economic use of energy resources is called conservation of energy
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