What is karan and sambandh karak in hindi ?
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कारक – वाक्य में जिस संज्ञा या सर्वनाम पद से क्रिया (काम) करने वाले का पता चलता है, उसे ‘कारक’ कहते हैं।
जैसे – सूरज ने बीजों को उठाया
इस वाक्य में ‘सूरज’ बीजों को उठाने का कार्य कर रहा है, इसलिए इस वाक्य में कारक है सूरज।
करण कारक तथा संबंध कारक यह कारक के भेद है।
करण कारक - संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया करने के का बोध है अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न होता है, उसे करण कारक कहते हैं। इसके विभक्ति चिह्न ‘से’, ‘के साथ’, ‘के द्वारा’ है।
जैसे – राजन कार से ऑफिस गया।
यह कठिन कार्य उसके द्वारा ही संपन्न हो सका.
संबंध कारक - जहाँ एक संज्ञा या सर्वनाम का सम्बन्ध दूसरी संज्ञा या सर्वनाम से सूचित होता है, वहाँ सम्बन्ध कारक होता है। इसके विभक्ति चिह्न का, की, के, रा, री, रे, ना, नी, ने हैं।
जैसे – राम मनोहर का पोता है।
यह राधे की गाय है।
व्याकरण के सन्दर्भ में, किसी वाक्य, मुहावरा या वाक्यांश में संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ सम्बन्ध कारक कहलाता है। अर्थात् व्याकरण में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा वाक्य में उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है। कारक यह इंगित करता है कि वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का काम क्या है। कारक कई रूपों में देखने को मिलता है-
शब्दों में विकार - जैसे 'लड़का' से 'लड़के' ; 'मैं' से 'मुझको', 'मेरा' आदि।शब्दों के बाद कुछ शब्द आना - 'गाय को', 'वृक्ष से', 'राम का', 'पानी में',अन्य रूपकुछ भाषाओं में संज्ञा और सर्वनाम के अलावा विशेषण और क्रियाविशेषण (ऐडवर्ब) में भी विकार आते हैं। जैसे संस्कृत में - 'शीतलेन जलेन' में 'शीतलेन' विशेषण है।
विभिन्न भाषाओं में कारकों की संख्या तथा कारक के अनुसार शब्द का रूप-परिवर्तन भिन्न-भिन्न होता है। संस्कृत तथा अन्य प्राचीन भारोपीय भाषाओं में आठ कारक होते हैं। जर्मन भाषा में चार कारक हैं।
कारक विभक्ति - संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों के बाद ‘ने, को, से, के लिए’, आदि जो चिह्न लगते हैं वे चिह्न कारक 'विभक्ति' कहलाते हैं
संबंध कारक[संपादित करें]शब्द के जिस रूप से किसी एक वस्तु का दूसरी वस्तु से संबंध प्रकट हो वह संबंध कारक कहलाता है। इसका विभक्ति चिह्न ‘का’, ‘के’, ‘की’, ‘रा’, ‘रे’, ‘री’ है। जैसे- 1.यह राधेश्याम का बेटा है। 2.यह कमला की गाय है। इन दोनों वाक्यों में ‘राधेश्याम का बेटे’ से और ‘कमला का’ गाय से संबंध प्रकट हो रहा है। अतः यहाँ संबंध कारक है।