What is meaning of this
आँख खोलकर, नन्हे पौधे
ने तब ली अंगड़ाई।
एक अनोखी नई शक्ति-सी
उसके तन में आई।
नींद छोड़, आलस्य त्यागकर
पौधा बाहर आया।
बाहर का संसार बड़ा ही
अद्भुत उसने पाया।
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Answer:
एक नन्हा सा पौधा है, वृक्ष तले आराम से वह रहता है,
यही सोच ख़ुश होता रहता, कितना सुरक्षित मेरा जीवन है,
विशाल वृक्ष के संरक्षण में, मैं बिना डरे स्वस्थ रहता हूँ,
डर लगे गर आंधी तूफ़ानों से, वृक्ष से लिपट मैं छिपता हूँ,
बारिश मूसलाधार गिरे गर, वृक्ष की छाया में चैन से सोता हूँ,
नहीं ख़ौफ़ किसी से मुझको, मस्त मौला बनकर रहता हूँ,
मिल रहे संस्कार वृक्ष से, मुझे दूसरों को जीवन देने के,
देकर अपनी सारी शुद्ध हवा, अशुद्ध हवा सारी पी लेने के,
करते हैं हम प्यार इंसानों से, इसीलिए ऐसा जीवन जीते हैं,
मैं भी जब बड़ा वृक्ष बनूंगा, इंसानों से बेहद प्यार करूंगा,
सारे फर्ज़ निभाऊंगा, हरा भरा होकर मैं लहराऊंगा,
अपनी शुद्ध हवा के झोंकों से, पूरी दुनिया महकाऊंगा,
तभी अचानक इंसानों की टोली, पास उसने आती देखी,
खाद और पानी मिल जाएगा, ऐसी उसने उम्मीद रखी,
किन्तु नहीं हाथ में पानी देखा, हाथों में एक कुल्हाड़ी देखी,
सहम गया वह, पहली बार इंसानों की ऐसी हैवानियत देखी,
प्रहार हुआ जब वृक्ष पर, ख़्वाबों का मंज़र टूट गया,
बह रहे थे आंसू वृक्ष के, नन्हा पौधा भी सिमट गया,
देख ऐसे हालात, वह नन्ही सी जान पूरा हतप्रभ रह गया,
करते हैं हम उपकार, क्यों उनने हम पर अत्याचार किया,
नन्हा पौधा इंसानों का, जटिल राज़ न समझ सका,
छोटा था नादान बहुत, पीड़ा वृक्ष की ना देख सका,
वृक्ष पर होते कुल्हाड़ी के भीषण वारों को वह ना झेल सका,
जड़ें हिल गईं वृक्ष की, नन्हा पौधा स्वयं को ना संभाल सका,
देख इंसानों की हठधर्मी, सदमा उसे ऐसा लगा,
ख़ूबसूरत जीवन का सपना, पल भर में ही टूट गया,
मार डाला विशालकाय वृक्ष को, तो मेरी क्या औकात,
सोच ऐसी आते ही हो गया नन्हे पौधे का हृदयाघात,
एक नन्हा सा पौधा था, वृक्ष तले आराम से वह रहता था,
सह ना सका विश्वासघात, बचपन में ही दुनिया छोड़ गया।