Biology, asked by ARAVINDA1979, 1 year ago

What is mitosis and meiosis cell division in hindi?

Answers

Answered by nikolatesla2
12
कोशिका विभाजन: असूत्री, समसूत्री व अर्द्धसूत्री विभाजन

Mar 31, 2016, Saurabh Gupta

पुरानी कोशिका का विभाजित होकर नयी कोशिकाओं का निर्माण करना कोशिका विभाजन कहलाता है | कोशिका विभाजन को सर्वप्रथम 1955 ई. में विरचाऊ ने देखा था | मृत, क्षतिग्रस्त या पुरानी कोशिकाओं को बदलने जैसे अनेक कारणों से कोशिका का विभाजन होता है, ताकि जीवित जीव वृद्धि कर सके | जीवों की वृद्धि कोशिका के आकार के बढ़ने से नहीं बल्कि कोशिका विभाजन द्वारा और अधिक कोशिकाओं के जनन से होती है | मानव शरीर में प्रतिदिन लगभग दो ट्रिलियन कोशिकाओं का विभाजन होता है |

कोशिका विभाजन में विभाजित होने वाली कोशिका को जनक कोशिका (Parent cell ) कहा जाता है | जनक कोशिका अनेक संतति कोशिकाओं (Daughter cells) में विभाजित हो जाती है और इस प्रक्रिया को ‘कोशिका चक्र’ कहा जाता है | कोशिकाओं का विभाजन निम्नलिखित तीन तरीकों से होता है,जिनमें से प्रत्येक तरीके की अपनी कुछ खास विशेषताएँ होती हैं-

(i) असूत्री (Amitosis )  (ii) समसूत्री (Mitosis) (iii) अर्द्धसूत्री (Meiosis)

असूत्री विभाजन : यह विभाजन जीवाणु,नील हरित शैवाल, यीस्ट, अमीबा, और प्रोटोज़ोआ जैसी अविकसित कोशिकाओं में होता है |इसमें सबसे पहले कोशिका का केंद्रक विभाजित होता और उसके बाद कोशिका द्रव्य का विभाजन होता है और अंततः दो नयी संतति कोशिकाओं का निर्माण होता है |  

समसूत्री विभाजन: इस कोशिका विभाजन को ‘कायिक कोशिका विभाजन’ (Somatic cell division) भी कहा जाता है क्योंकि यह विभाजन कायिक कोशिकाओं में होता है और दो एकसमान कोशिकाओं का निर्माण होता है | समसूत्री विभाजन में हालाँकि कोशिका का विभाजन होता है लेकिन गुणसूत्रों की संख्या समान बनी रहती है | जन्तु कोशिकाओं में समसूत्री विभाजन को सबसे पहले वाल्थर फ्लेमिंग ने 1879 ई. में देखा था और उन्होनें ने ही इसे ‘समसूत्री (Mitosis)’ नाम दिया था | समसूत्री विभाजन एक सतत प्रक्रिया है जिसे निम्नलिखित पाँच चरणों में बाँटा जाता है:

1. प्रोफेज (Prophase): समसूत्री विभाजन का प्रथम चरण

2. मेटाफेज (Metaphase): समसूत्री विभाजन का द्वितीय चरण

3. एनाफेज(Anaphase): समसूत्री विभाजन का तृतीय चरण

4. टीलोफेज (Telophase): समसूत्री विभाजन का चतुर्थ चरण

5. साइटोकाइनेसिस (Cytokinesis): समसूत्री विभाजन का चौथा चरण

प्रोफेजः

• सभी जन्तु कोशिकाओं और कुछ पादपों (कवक व कुछ शैवाल) की कोशिकाओं में पाया जाता है

• तारककेंद्रक (Centriole) खुद की प्रतिलिपि तैयार करता है और दो नए तारककेंद्रों (Centrioles/Centrosomes) में बंट जाता है, जो कोशिका (ध्रुवों) के विपरीत किनारों की तरफ चले जाते हैं।

• स्पिंडल फाइबर या फाइबरों की श्रृंखला प्रत्येक तारककेंद्र के आसपास के क्षेत्र से निकलती है और नाभिक (Nucleus) की तरफ बढ़ती है।

• कवक और कुछ शैवाल को छोड़ दें तो स्पिंडल फाइबर बिना तारककेंद्र की उपस्थिति के विकसित होता है।

• जिन गुणसूत्रों की प्रतिलिपि बन चुकी है, वे छोटे और मोटे हो जाते हैं।

• क्रोमैटिड प्रत्येक गुणसूत्र के प्रतिलिपि का आधा होता है जो सेंट्रोमियर (Centromere) से एक दूसरे से जुड़े होते हैं।

• बाद के प्रोफेज चरण में नाभिक और नाभिकीय झिल्ली विखंडित होने लगती है।

Answered by Surnia
2

Answer:

Explanation:

समसूत्री विभाजन (Mitosis) एक ऐसी प्रक्रिया है जहां एक एकल कोशिका दो समान  कोशिकाओं (कोशिका विभाजन) में विभाजित होती है। माइटोसिस का प्रमुख उद्देश्य विकास और खराब हो चुकी कोशिकाओं को बदलना है। समरूप आनुवंशिक सामग्री के साथ माइटोसिस दो समान  कोशिकाओं का उत्पादन करता है। वे आनुवंशिक रूप से पैतृक कोशिका के समान हैं।माइटोसिस केवल यूकेरियोटिक कोशिकाओं में होता है।

अर्धसूत्रीविभाजन (Meiosis) एक विशेष प्रकार का कोशिका विभाजन है जो क्रोमोसोम संख्या को आधे से कम कर देता है, चार अगुणित कोशिकाओं का निर्माण करता है, प्रत्येक जनक कोशिका से आनुवांशिक रूप से अलग होता है जिसने उन्हें जन्म दिया। यह प्रक्रिया जानवरों, पौधों और कवक सहित एकल-कोशिका वाले और बहुकोशिकीय यूकेरियोट्स के सभी यौन प्रजनन में होती है।

Similar questions