What is the current format icse hindi letter writing format for 2020?
Answers
Explanation:
There are many kinds of lettsr in ISCE. CBSE includes only two- formal and informal letter.
—→Icse contains
Types of Letter :
1) निजी पत्र – Personal Letter
2) प्रार्थना पत्र – Request Letter
3) व्यवसायिक पत्र – Business Letter
4) सरकारी पत्र – Official Letter.
Format of निजी पत्र – Personal Letter.
In personal letter, please take care that the address and date comes upper left side of the letter. The format is:
राष्ट्रपति मार्ग,
नई दिल्ली – 110001,
भारत
29th जनवरी, 2011
प्रिय मित्र,
नमस्कार/नमस्ते!
————————– संदेश (Message) ————————
तुम्हारा मित्र.
Your name.
2) Format of प्रार्थना पत्र – Request Letter
A leave request Letter from a student to school principal that students use in India in Hindi speaking region. Same format can be used for other education or similar institutes by changing the salutation.
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य जी,
पब्लिक स्कूल,
वसंत कुंज, नई दिल्ली
विषय : बीमारी के कारण दो दिन के अवकाश हेतु।
आदरणीय/मान्यवर महोदय,
————————– संदेश (Message) ————————
धन्यवाद,
दिनांक : 29th जनवरी, 2011
आपका आज्ञाकारी
अभिनव कुमार,
कक्षा: दसवी ‘क’
3) Format of व्यवसायिक पत्र – Business Letter
Writing to a publishing house asking for the information on the availability of new novels.
सेवा में,
प्रबंधक महोदय,
गोयल पब्लिशिंग हाउस,
दरियागंज, दिल्ली
विषय : नये उपन्यास की उपलब्धता।
मान्यवर,
————————– संदेश (Message) ————————
धन्यवाद,
राष्ट्रपति मार्ग,
नई दिल्ली,
दिनांक : 29th जनवरी, 2011
भवदीय
Your name.
.4) Format of सरकारी पत्र – Official Letter
Writing a letter to the regional income tax officer on a mistake in income tax account for the current year.
सेवा में,
श्रीयुत आयकर आधिकारी,
नई दिल्ली विभाग,
नई दिल्ली
विषय : आयकर में त्रुटि।
मान्यवर,
————————– संदेश (Message) ————————
धन्यवाद,
राष्ट्रपति मार्ग,
नई दिल्ली,
दिनांक : 29th जनवरी, 2011
भवदीय
Your name.
Answer:
एक औपचारिक पत्र में छह तत्व होते हैं: पता (प्रेषक/प्राप्तकर्ता का), तिथि, अभिवादन, विषय, मुख्य पाठ और अंत। अनौपचारिक पत्र मुख्य रूप से व्यक्तिगत संचार के लिए उपयोग किए जाते हैं। इसलिए उन्हें किसी विशिष्ट पैटर्न, प्रारूप या परंपराओं का पालन करने की आवश्यकता नहीं है। इन्हें लेखक की इच्छा और परिस्थिति की आवश्यकता के अनुसार लिखा जा सकता है। तो पत्र एक व्यक्तिगत फैशन में आकस्मिक सरल भाषा में लिखा गया है।
Explanation:
औपचारिक पत्र प्रारूप
प्रेषक का पता :
दिनांक :
पत्र प्राप्त करने वाले अधिकारी का शीर्षक:
पत्र प्राप्त करने वाले अधिकारी का पता
विषय:
उपदेश:
पत्र का मुख्य विषय (दो अनुच्छेदों में):
धन्यवाद,
भवदीय,
प्रेषक का नाम
अनौपचारिक पत्र प्रारूप
प्रेषक का पता:
दिनांक :
पता - प्रिय भाई रोहित
अभिवादन - मधुर स्मृति / स्नेही नमस्कार
सामग्री - (अनुच्छेदों में)
पहला अनुच्छेद : मित्रों और परिवार के कौशल पूछना| पत्र लिखने का कारण|
दूसरा अनुच्छेद : फिर से परिवार के सदस्यों को उचित सम्मान देना|
आपका भाई
नाम
#SPJ3