Hindi, asked by sanjitpathak865, 1 day ago

What is the difference between 'Moh' and 'Prem' ? Explain in hindi please and no spamming ​

Answers

Answered by choudharybharti19042
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Answer:

“Prem is birth from karuna or compassion, Moh births from ahankaar or false-ego. “

“Prem is uunmukti or ~liberation/deliverance. Moh is banndhan or bondage.“

Prem is prem or transliteration into love. Moh have a proper transliteration of infatuation.

As happiness becomes bliss and enjoyment becomes ecstasy, so does love (as in west. pop culture) becomes compassion (as in west. pop culture; universal prefix maybe required thus).

“ Moh makes us think about swaarth or (~~self-value; not 'selfishness'). Prem makes us realise swaruup (self as in prakriti, purusha, etc) which then makes us think about parmaarth or (~universal/cosmic-value/discourse; not 'charity'). “

Won't give a definitive answer because these are concepts/truths to be realised, not understood.

Answered by halamadrid
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  • मोह में पाने की इच्छा होती है वही प्रेम में देने का आनंद होता है।
  • मोह में स्वार्थ है, प्रेम निश्चल और निस्वार्थ होता है।
  • मोह एक बंधन की तरह है वहीं प्रेम हमेशा स्वतंत्र रहता है।
  • मोह में अधिकार प्रतीत होता है जबकि प्रेम में श्रद्धा भाव रहता है
  • मोह में अशांति रहती है, क्योंकि इसमें चाहने की तड़प रहती है वहीं प्रेम में शांति और मौन का प्रतीक है।
  • मोह में चाहने की वजह से लालच की भावना आती है जबकि प्रेम में ऐसा लगता है जैसे कोई सर्वसंपन्न है, जिसमें लालच नहीं है सिर्फ दान की भावना रहती है।
  • मोह में व्यक्ति असहाय रहता है क्योंकि वह खुद को अकेला पता है वहीं प्रेम में व्यक्ति खुद को समर्थ पता है।

#SPJ2

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