what is the meaning of "चार बांस चौबीस गज़, अंगुल अष्ठ प्रमाण । ता ऊपर सुलतान है, मत चूके चौहान, मत चूके चौहान"
Answers
Answered by
1
Answer:
मत चुके चौहान- यह कविता १२वीं सदी में पृथ्वीराज चौहान के राजकवि चन्द्रबरदाई की सदाबहार रचना है। उस समय हिन्दुस्तान छोटे-छोटे राज्यों में बिखरा हुआ था। राज्य इतने छोटे छोटे थे कि आज की तहसील की सीमा को नाप कर देखा जाय तो वह भी उस जमाने के राज्य से बड़ा निकलेगा।
Explanation:
Here yur answer
Hope it's helpful to you
Similar questions