who will answer my question correctly I will mark them as Brainlist who will give wrong answers I will report them
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बरसात के उस पहले दिन को मैं कभी नहीं भूल सकता । आषाढ़ का महीना लग चुका था और सूर्यदेवता आग बरसा रहे थे। पेड़-पौधे मुरझा रहे थे। बागों की बहारें गायब हो गई थी। नदी नाले, तालाब और झीलों का पानी सूख चला था। पशु, पक्षी, मनुष्य सभी प्राणी मारे गरमी के बेचैन हो रहे थे। सभी के मन में एक ही चाह थी कि वर्षा हो, शीतलता मिले। बिजली के पंखे चल रहे थे, कहीं एअरकंडीशंड मशीन लगे थे, कई घरों के दरवाजों पर पानी में तर खसटट्टियाँ झूल रही थीं। फिर भी लोगों की आँखें आकाश की ओर लगी हुई थी।
mark me brainlist and follo me dear. please
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