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अपनी दृष्टि सरल रखो, कुटिल नहीं. सत्य बोलो, असत्य नहीं. दूरदर्शी बनो, अल्पदर्शी नहीं. परम तत्व को देखने का प्रयास करो, क्षुद्र वस्तुओं को नहीं.
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kanha kripa
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अपनी दृष्टि सरल रखो, कुटिल नहीं. सत्य बोलो, असत्य नहीं. दूरदर्शी बनो, अल्पदर्शी नहीं. परम तत्व को देखने का प्रयास करो, क्षुद्र वस्तुओं को नहीं.
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