Hindi, asked by adithiiiiiii, 1 month ago

WILL MARK YOU AS BRAINLIEST
चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची। भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनूं बाताँ सरसी। मोर मुगट पीताम्बर सौहे, गल वैजन्ती माला बिन्दरावन में धेनु चरावे, मोहन मुरली वाला।

प्रश्न

(1) कृष्ण की सेविका बनकर मीरा क्या प्राप्त करना चाहती हैं ?

(क) कृष्ण की सहानुभूति

(ग) कृष्ण के दर्शन

(ख) कृष्ण की दया

(घ) कृष्ण की जागीर

(11) मीरा के अनुसार कृष्ण ने क्या क्या पहना हुआ है ?

(क) मोर मुकुट, पीले वस्त्र, मोती माला

(ख) मोर मुकुट, नीले वस्त्र, वैजयंती माला

(ग) मोर मुकुट, लाल वस्त्र, वैजयंती माला

(घ) मोर मुकुट, पीले वस्त्र, वैजयंती माला


(III) कृष्ण वृंदावन में चराते हैं

(क) गाय

(ख) बैल

(ग)भैंस
(घ) भेड़


(iv) कृष्ण को मुरली वाला क्यों कहा गया

(क) मुरली बनाते थे

(ग) मुरली सजाते थे

(ख) मुरली चुराते थे

(घ) मुरली बजाते थे​

Answers

Answered by Anonymous
1

Answer:

Explanation:

(1) c

(2)d

(3)a

(4)d

Answered by manojchauhanma2
1

Answer:

1) उत्तर:- मीराबाई ने कृष्ण को प्रियतम के रूप में देखा है। वे बार-बार कृष्ण के दर्शन करना चाहती है। वे कृष्ण को पाने के लिए अनेकों कार्य करने को तैयार हैं। वह सेविका बन कर उनकी सेवा कर उनके साथ रहना चाहती हैं, उनके विहार करने के लिए बाग बगीचे लगाना चाहती है।

11) उत्तर:- मीराबाई कृष्ण के रूप सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहती हैं कि उन्होंने सिर पर मोर मुकुट धारण किया हैं और तन पर पीले वस्त्र सुशोभित हैं। गले में बैजयंती माला उनके सौंदर्य में चार चाँद लगा रही है

III) 4/5मथुरा-वृंदावन में 12 अगस्त को जन्माष्टमी

साथ ही, उस दिन कृतिका नक्षत्र बन रहा है। इस दिन कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। दरअसल कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत तथा जन्मोत्सव दो अलग-अलग तिथियां हैं। मथुरा-वृंदावन में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 12 अगस्त दिन बुधवार को मनाया जाएगा।

IV) ►सूरदास ने अपने पदों में श्रीकृष्ण के अधरों को शैय्या लिए कहा है, क्योंकि श्री कृष्ण के कोमल व नरम अधरों यानि होठों पर मुरली यानि बांसुरी हमेशा विराजमान रहती है।

Similar questions