Hindi, asked by hareshgala720, 2 months ago

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यदि मैं पक्षी होता

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Answered by kashish212
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Answer:

अगर मैं पक्षी होता तो सभी पक्षियों की तरह आसमान में उड़कर ऊँचाइयों को छु सकता था | वहा पहुँचने के लिए बहुत सारे लोग सपना देखते हैं | आसमान में उड़कर पुरे वातावरण का आनंद लेता |

उसके साथ – साथ मैं ठंडी हवा का आनंद लेता | पक्षी हवा में उड़कर एक जगह से दूसरी जगह पर जाने के लिए बहुत तेज गति से उड़ते हैं |

लेकिन मनुष्य को चलकर जाने के लिए काफी समय लगता हैं | अगर मैं पक्षी होता तो अपने रिश्तेदारों से मिलने आसानी से चले जाता | किसी एक स्थान से दुसरे स्थान पर बहुत आसानी से पहुँच सकता था |

पक्षियों का मधुर गाना

पक्षी ज्यादातर तो पहाड़ की चोटी पर और पेड़ों की डालियों पर बैठते हैं और अपन एमधुर स्वर में धुन गाते हैं | जिसकी वजह से मनुष्य को मन प्रसन्न और आनंद हो जाता हैं |

उसी तरह से अगर मैं पक्षी होता तो पेड़ों पर बैठकर चिल्लाता और अपने मधुर स्वर से लोगों को मन मोहित कर देता |

एक मनुष्य सिर्फ चल सकता हैं, दौड़ सकता हैं लेकिन उड़ नहीं सकता हैं | भगवान ने मनुष्य को उड़ने के लिए पर नहीं दिए हैं |

पक्षी उड़कर कही भी जा सकते हैं | अगर मैं पक्षी होता तो एक जगह से दूसरी जगह पर उड़ सकता था |

पक्षियों की उपमा

जैसे की काव्य और साहित्य में मोर की सुंदरता और मीठी वाणी वाले कोकिला को उपमा दी जाती हैं | जिस तरह से नीलकंठ को शिव और कबूतर को शांति का, बज को वीरता का प्रतीक माना जाता हैं |

उसी प्रकार से अगर मैं पक्षी होता तो मुझे किसी न किसी उपमा का प्रयोग किया जाता था और यह बात मेरे लिए गर्व की बात होती |

देवताओं का वाहन

यदि मैं पक्षी होता तो मैं मानव से दोस्ती स्थापित कर उसका हित कर देता | मैं छोटे – मोठे कीड़े – मकोड़ों को खाकर फसलों की सुरक्षा करता | मुझे पिंजड़े में कैद रहना पसंद नहीं हैं | इसलिए मैं कभी भी कैद में नहीं आता | मुझे आज़ादी बहुत अच्छी लगती हैं |

कुछ पक्षी देवताओं का वाहन होते हैं | अगर मैं गरुड़ बनकर भगवान विष्णु, उल्लू बनकर देवी लक्ष्मी, मोर बनकर कार्तिकेय और हंस बनकर शारदा देवी का वाहन होता तो मुझे बहुत ख़ुशी होती |

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