write a brief note on Maharana Pratap Singh
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Rana pratap Singh is born in 1545 Mewar(india).he was hindhu mharaja of (1572-97) of rajput conferderacy of mewar , now in north western india and eastern Pakistan . he successfully resisted efforts of the mughal emperor Akbar to conquer his area and is honoured as a hero of rajasthan.
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i hope yhis answer is helps u.
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महाराणा प्रताप सिंह राणा उदय सिंह तथा जयवंता बाई के पुत्र थे महाराणा प्रताप का नाम राजपूत इतिहास में बड़े गौरव से लिया जाता है वह महान राणा सांगा के पोत्र थे वह बचपन से ही युद्ध कला में निपुण थे उनका दिखा बिचौलिया की राजकुमारी अजब्दे से तय किया गया था महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में कई युद्ध लड़े उनके जीवन का प्रथम युद्ध शाह का युद्ध था महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में कई योजनाएं तथा युद्ध में विजय प्राप्त की महाराणा प्रताप एक महान योद्धा थे महाराणा प्रताप का नाम आज भी राजपूत इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है महाराणा प्रताप महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी का युद्ध लड़ा जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए थे महाराणा प्रताप के अश्व का नाम चेतक था महाराणा प्रताप का असर भी हल्दीघाटी के युद्ध में बहुत घायल हो गया था लोग कहते हैं कि उनका हवा से बातें करता था चित्तौड़ हारने के बाद महाराणा प्रताप ने एक नए दुर्ग का निर्माण भी किया था जिसका नाम उन्होंने अपने पिता राणा उदय सिंह के नाम पर रखा था जिसे आजकल हम उदयपुर के नाम से जानते हैं महाराणा प्रताप जैसा यूं था ना तो कभी था और ना ही कभी होगा महाराणा प्रताप हर युद्ध कला में बहुत निपुण थे महाराणा प्रताप तलवार चलाने में बहुत निपुण थे उन्हें हर विद्या का ज्ञान था और आज भी महाराणा प्रताप का नाम राजपूत इतिहास में गर्व से लिया जाता है आज भी सभी राजपूत महाराणा प्रताप का नाम उसे गौरव से लेते हैं महाराणा प्रताप का नाम राजपूत इतिहास में स्वर्ण अक्षरों मैं लिखा हुआ है अंतर में यह बताना चाहूंगी कि महाराणा प्रताप एक वीर राजपूत थे महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी का युद्ध 21 जून 1576 ईस्वी में लड़ा इस युद्ध में उनके अश्व चेतक की मृत्यु हो गई जिससे महाराणा प्रताप बहुत आहत हुए राजपूत इतिहास में महाराणा प्रताप का नाम बहुत ही गर्व से लिया जाता है महाराणा प्रताप एक सच्चे देशभक्त थे जिन्होंने मुगलों को अपने दे अपनी भूमि पर पैर नहीं रखने दिया था महाराणा प्रताप के जीते जी मुगल उनके राज्य पर अधिकार नहीं कर पाए थे महाराणा प्रताप एक सच्चे राजपूत थे