Write a essay in about 350 words on Raksha Bandhan in hindi. It should be a good essay and in 350 words. Don't answer if you don't know because wherever I ask questions unwanted answers comes.
Answers
Explanation:
परिचय
वर्तमान समय में आपसी रंजिश दूर करने हेतु अनेक राजनेताओं द्वारा एक दूसरे को राखी बांधी जा रही है साथ ही लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ भी राखी के अवसर पर राखी बांधते हैं । प्राचीन समय में ब्राह्मणों व गुरुओं द्वारा अपने शिष्य और यजमान को राखी बांधी जाती थी । पर अब राखी का स्वरूप पहले की अपेक्षा परिवर्तित हो गया है ।
रक्षा बंधन मनाने की परंपरागत विधि
इस पर्व पर बहनें सुबह स्नान करके पूजा की थाल सजाती हैं . पूजा की थाल में कुमकुम , राखी , रोली अक्षत , दीपक तथा मिठाई रखी जाती है । तत्पश्चात घर के पूर्व दिशा में भाई को बैठा कर उसकी आरती उतारी जाती है , सिर पर अक्षत डाला जाता है , माथे पर कुमकुम का तिलक किया जाता है फिर कलाई पर राखी बांधी जाती है अंत में मीठा खिलाया जाता है । भाई के छोटे होने पर बहनें भाई को उपहार देती हैं अपितु भाई ब को उपहार देते हैं ।इस पर्व पर बहनें सुबह स्नान करके पूजा की थाल सजाती हैं , पूजा की थाल में कुमकुम , राखी , रोली , अक्षत दीपक तथा मिठाई रखी जाती है । तत्पश्चात घर के पूर्व दिशा में भाई को बैठा कर उसकी आरती उतारी जाती है , सिर पर अक्षत डाला जाता है , माथे पर कुमकुम का तिलक किया जाता है फिर कलाई पर राखी बांधी जाती है । अंत में मीठा खिलाया जाता है । भाई के छोटे होने पर बहनें भाई को उपहार देती हैं अपितु भाई बहनों को उपहार देते
आधुनिकरण में रक्षा बंधन के विधि का बदलता स्वरूप
पुराने समय में घर की छोटी बेटी द्वारा पिता को राखी बांधी जाती थी इसके साथ ही गुरुओं द्वारा अपने यजमान को भी रक्षा सूत्र बांधा जाता था पर अब बहनें ही भाई के कलाई पर यह बांधती हैं । इसके साथ ही समय की व्यस्तता के कारण राखी के पर्व की पूजा पद्धति में भी बदलाव आया है । अब लोग पहले के अपेक्षा इस पर्व में कम सक्रिय नज़र आते हैं । राखी के अवसर पर अब भाई के दूर रहने पर लोगों द्वारा कुरियर के माध्यम से राखी भेज दिया जाता है । इसके अतिरिक्त मोबाइल पर ही राखी की शुभकामनाएं दे दी जाती हैं
प्यार के धगे का महंगे मोतियों में बदल जाना
रक्षा बंधन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण रेशम का धागा है , जिसे महिलाएं भावपूर्ण होकर भाई के कलाई पर बांधती हैं पर आज बाजार में अनेक प्रकार की राखियां उपलब्ध हैं , जिसमें कुछ तो सोने - चांदी की भी हैं रेशम के सामान्य धागे से बना यह प्यार का बंधन धीरे - धीरे दिखावें में तबदील हो रहा है ।
रक्षा बंधन के महत्व को बचाए रखना आवश्यक है
स्वयं को नये जमाने का दिखाने के लिए , हम शुरू से हमारी सभ्यता को पुराना फैशन कह कर भूलाते आए हैं । हमने हमारी पूजा पद्धति बदली है । अतः अपने संस्कृति के रक्षा हेतु हमें हमारे पर्वों के टीति रिवाज में परिर्वतन नहीं करना चाहिए और राखी के पर्व की महत्व को समझते हुए हमें इस पर्व को बनाए गए पूजा पद्धति के अनुसार करना चाहिए । निष्कर्ष
हमारे पूर्वजों द्वारा बनाए गए पर्वों , त्योहारों व उपवास के विधि - विधान हमारी सभ्यता , संस्कृति के रक्षक है । इन सब से हमारी पहचान है अतः हमें इसे बदलने का प्रयास नहीं करना चाहिए ।