Write a essay on yadi pariksha na hoti in 80-100 words
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परीक्षा का हमारे देश में आयोजन शुरु से ही होता हुआ आ रहा है बच्चे परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए साल भर तैयारी करते हैं और कॉलेज स्टूडेंट सेमेस्टर प्रणाली के तहत हर 6 महीने में अपनी परीक्षा देते हैं और कुछ समय बाद उसका परिणाम घोषित किया जाता है वाकई में परीक्षा हर स्टूडेंट के लिए बडी ही लाभप्रद साबित होती है.हर स्टूडेंट साल भर यह सोचकर तैयारी करता है कि मुझे परीक्षा में उत्तीर्ण होना है अगर उसको अपनी परीक्षा की तैयारी करने के लिए स्कूल के अलावा कोचिंग की जरूरत पड़ती है तो वह अलग से कोचिंग लगवाता है और अपनी परीक्षा की तैयारी और भी बेहतर करने की कोशिश करता है क्योंकि वह हर हालत में उत्तीर्ण होना चाहता है यह सब काफी समय पहले से चला रहा है आज के हमारे इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे कि यदि परीक्षा ना होती पर निबंध
यदि परीक्षा ना होती तो हमें कोई भी भय नहीं होता हर एक विद्यार्थी यह सोच कर पढ़ाई करता है कि आने वाले समय में उसकी परीक्षा हो और वह उतीर्ण हो लेकिन अगर परीक्षा ही ना होती तो उसे किसी भी तरह का भय नहीं होता और वह परीक्षा की तैयारी नहीं करता वाकई में परीक्षा का भय ही एक स्टूडेंट के लिए लाभप्रद साबित होता है यदि परीक्षा ना होती तो स्टूडेंट पढ़ाई नहीं करते और हमारा देश पिछड़ता जाता बच्चों को तरह तरह के खेल खेलने में बहुत ही अच्छा लगता है वह क्रिकेट,कबड्डी इस तरह के तरह तरह के खेल खेलते रहते हैं इनमें उनकी बहुत ही रुचि होती है यदि परीक्षा ना होती तो बच्चे दिन दिन भर खेलते रहते और इस वजह से ज्ञान प्राप्त करने के लिए वह ज्यादा समय नहीं लगाते और उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता था इसलिए परीक्षा हर एक बच्चे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी ही लाभदायक साबित होती है परीक्षा के डर से बहुत से स्टूडेंट्स रात-रात भर भी पढ़ाई करते हुए देखे जाते हैं वह सुबह जल्दी जागते हैं और पढ़ाई करते हैं लेकिन अगर परीक्षा ना होती तो इस तरह का पढ़ाई करने का मन ना होता और वह जिंदगी में पीछे रह जाते,जिंदगी में कुछ भी खास नहीं कर पाते.
यदि परीक्षा ना होती तो हमें कोई भी भय नहीं होता हर एक विद्यार्थी यह सोच कर पढ़ाई करता है कि आने वाले समय में उसकी परीक्षा हो और वह उतीर्ण हो लेकिन अगर परीक्षा ही ना होती तो उसे किसी भी तरह का भय नहीं होता और वह परीक्षा की तैयारी नहीं करता वाकई में परीक्षा का भय ही एक स्टूडेंट के लिए लाभप्रद साबित होता है यदि परीक्षा ना होती तो स्टूडेंट पढ़ाई नहीं करते और हमारा देश पिछड़ता जाता बच्चों को तरह तरह के खेल खेलने में बहुत ही अच्छा लगता है वह क्रिकेट,कबड्डी इस तरह के तरह तरह के खेल खेलते रहते हैं इनमें उनकी बहुत ही रुचि होती है यदि परीक्षा ना होती तो बच्चे दिन दिन भर खेलते रहते और इस वजह से ज्ञान प्राप्त करने के लिए वह ज्यादा समय नहीं लगाते और उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता था इसलिए परीक्षा हर एक बच्चे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी ही लाभदायक साबित होती है परीक्षा के डर से बहुत से स्टूडेंट्स रात-रात भर भी पढ़ाई करते हुए देखे जाते हैं वह सुबह जल्दी जागते हैं और पढ़ाई करते हैं लेकिन अगर परीक्षा ना होती तो इस तरह का पढ़ाई करने का मन ना होता और वह जिंदगी में पीछे रह जाते,जिंदगी में कुछ भी खास नहीं कर पाते.
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