Write a few lines on thomas elva edison in hindi
Answers
Answered by
0
थॉमस एडिसन का जन्म मिलन ऑहियो में हुआ और ह्यूरोन मिशिगन में वे बड़े हुए। वे सेमुअल ओग्डेन एडिसन और नैंसी मैथ्यु इलियट के सातवे और अंतिम पुत्र थे उनका पैतृक परिवार डच था, जिनका पुराने समय से ही उपनाम “एडिसन” था।
स्कूल में युवा एडिसन का दिमाग बहोत ही भ्रमित था और उनके शिक्षक रेवेरेंड इंगले उन्हें “व्याकुल” कहकर बुलाते थे। और लगभग पुरे 3 महीने एडिसन ने स्कूल में बिताये। बाद में उनकी माता ने एडिसन को घर पर ही पढाना शुरू किया। एडिसन ने अपनी ज्यादातर शिक्षा आर.जी. पार्कर स्कूल से और दी कूपर यूनियन स्कूल ऑफ़ साइंस एंड आर्ट से ग्रहण किया।
एडिसन को बचपन से ही सुनने में तकलीफ होती थी। ये सब तब से चल रहा था जब से बचपन में उन्हें एक तेज़ बुखार आया था और उस से उबरते समय उनके दाहिने कान में चोट आ गयी थी। तभी से उन्हें सुनने में थोड़ी-बहोत परेशानी होती थी। उनके करियर के मध्य, उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में बताया की जब वे ट्रेन में सफ़र कर रहे थे तभी एक केमिकल में आग लग गयी, जिस वजह से वे ट्रेन के बाहर फेके गये और उनके कान में चोट आ गयी। कुछ साल बाद ही, उन्होंने इस कहानी को तोड़ते हुए एक नहीं कहानी बनाई और कहने लगे की जब चलती ट्रेन में कंडक्टर उनकी मदद कर रहा था, तभी अचानक उनके कान में चोट लगी थी।
Hope it helped you
Please Mark it as Brainliest it matters to me a lot
Thank u so much
Answered by
0
पूरा नाम – थॉमस अल्वा एडिसन
जन्म – 11 फ़रवरी 1847
जन्मस्थान – मिलन, ऑहियो, संयुक्त राज्य अमेरिका
पिता – सेमुअल ओग्डेन एडिसन
माता – नैंसी मैथ्यु इलियट
विवाह – मैरी स्टिलवेल (m. 1871–84), मीना मिलर (m. 1886–1931)
थॉमस एडिसन जीवनी – Thomas Alva Edison in Hindi
थॉमस एडिसन का जन्म मिलन ऑहियो में हुआ और ह्यूरोन मिशिगन में वे बड़े हुए। वे सेमुअल ओग्डेन एडिसन और नैंसी मैथ्यु इलियट के सातवे और अंतिम पुत्र थे उनका पैतृक परिवार डच था, जिनका पुराने समय से ही उपनाम “एडिसन” था।
स्कूल में युवा एडिसन का दिमाग बहोत ही भ्रमित था और उनके शिक्षक रेवेरेंड इंगले उन्हें “व्याकुल” कहकर बुलाते थे। और लगभग पुरे 3 महीने एडिसन ने स्कूल में बिताये। बाद में उनकी माता ने एडिसन को घर पर ही पढाना शुरू किया। एडिसन ने अपनी ज्यादातर शिक्षा आर.जी. पार्कर स्कूल से और दी कूपर यूनियन स्कूल ऑफ़ साइंस एंड आर्ट से ग्रहण किया।
एडिसन को बचपन से ही सुनने में तकलीफ होती थी। ये सब तब से चल रहा था जब से बचपन में उन्हें एक तेज़ बुखार आया था और उस से उबरते समय उनके दाहिने कान में चोट आ गयी थी। तभी से उन्हें सुनने में थोड़ी-बहोत परेशानी होती थी। उनके करियर के मध्य, उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में बताया की जब वे ट्रेन में सफ़र कर रहे थे तभी एक केमिकल में आग लग गयी, जिस वजह से वे ट्रेन के बाहर फेके गये और उनके कान में चोट आ गयी। कुछ साल बाद ही, उन्होंने इस कहानी को तोड़ते हुए एक नहीं कहानी बनाई और कहने लगे की जब चलती ट्रेन में कंडक्टर उनकी मदद कर रहा था, तभी अचानक उनके कान में चोट लगी थी।
Loading...
कान की बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी अल्प मनोरंजन, निरंतर, परिश्रम, असीम धैर्य, आश्चर्यजनक स्मरण शक्ति, और अनुपम कल्पना शक्ति द्वारा एडिसन ने इतनी सफलता पायी। वे एक वैज्ञानिक ही नही बल्कि एक सफल उद्यमी भी थे। वे हर दिन अपने काम करने के बाद बचे समय को प्रयोग और परिक्षण में लगते थे। उन्होंने अपनी कल्पना शक्ति और स्मरण शक्ति का उपयोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में लगाया। उनके इसी टैलेंट की बदौलत उन्होंने 14 कंपनियों की स्थापना की जिनमे जनरल इलेक्ट्रिक भी शामिल है, जो आज भी दुनिया की सबसे बड़ी व्यापर करने वाली कंपनी के नाम से जानी जाती है।
थॉमस अल्वा एडिसन एक अमेरिकी अविष्कारक और व्यापारी थे। उन्होंने अनेक यंत्र एवम युक्तिया विकसित की जिनसे संसार भर में लोगो के जीवन में भरी बदलाव आये। विद्युत् बल्ब तथा फोनोग्राफ सहित इन्होने हजारो आविष्कार किये। वे भरी मात्रा में उत्पादन के सिद्धांत को व्यवहार में लाने वाले पहले अन्वेषको में से एक थे। इसके अलावा खोज करने के लिए विशाल टीम का सहारा लेने वाले वे पहले अविष्कारक थे। इसलिए उन्हें पहली औद्योगिक अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने का श्रेय भी दिया जाता है।
एडिसन एक महान अविष्कारक थे, उनके समय में उन्होंने पुरे US के 1093 पेटेंट्स अपने कब्जे में कर रखे थे, और इसके अलावा यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और जर्मनी में भी उनके कई सारे पेटेंट्स है। उनके इन सभी पेटेंट्स का उनके अविशाकारो पर बहोत प्रभाव पड़ा। उनके पेटेंट्स के साथ ही उनके आविष्कार भी उस समय काफी प्रचलित होने लगे थे, जिनमे इलेक्ट्रिक लाइट और पॉवर यूटिलिटीज, साउंड रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है, जिन्होए बड़ी तेज़ी से पूरी दुनिया में प्रसिद्धि पायी। एडिसन के अविष्कारों में हमें अधिकतर मॉस-कम्युनिकेशन और टेली-कम्युनिकेशन से संबंध दिखाई देने लगता है। इसमें स्टॉक स्टीकर, वोट रिकॉर्ड करने की मशीन, इलेक्ट्रिक कार के लिए बैटरी, इलेक्ट्रिक पॉवर रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है।
उन्होंने जल्दी ही अपने इन अविष्कारों में प्रगति हासिल की और टेलीग्राफी ऑपरेटर में अपना करियर बनाना चाहियें। बाद में एडिसन ने इलेक्ट्रिक पॉवर निर्माण की यंत्रणा को विकसित किया और घर, व्यापार और फैक्ट्री में उसे बाटते रहे – जो आधुनिक दुनिया में एक विशाल अविष्कार के रूप में जाना जाने लगा। ये सब निर्माण करना के लिए उनका पहला स्टेशन न्यू यॉर्क की पर्ल स्ट्रीट में बना।
थॉमस एडिसन का हमेशा से ही यह कहना था कि, “हमारी सबसे बड़ी कमजोरी हार मान लेना है, सफल होने का सबसे निच्छित तरीका है की हमेशा एक और बार प्रयास करना। क्यू की जब आप असफल होते होते हो और अपने काम को छोड़ देते हो, तब आप सफलता के बहोत करीब होते हो।
जन्म – 11 फ़रवरी 1847
जन्मस्थान – मिलन, ऑहियो, संयुक्त राज्य अमेरिका
पिता – सेमुअल ओग्डेन एडिसन
माता – नैंसी मैथ्यु इलियट
विवाह – मैरी स्टिलवेल (m. 1871–84), मीना मिलर (m. 1886–1931)
थॉमस एडिसन जीवनी – Thomas Alva Edison in Hindi
थॉमस एडिसन का जन्म मिलन ऑहियो में हुआ और ह्यूरोन मिशिगन में वे बड़े हुए। वे सेमुअल ओग्डेन एडिसन और नैंसी मैथ्यु इलियट के सातवे और अंतिम पुत्र थे उनका पैतृक परिवार डच था, जिनका पुराने समय से ही उपनाम “एडिसन” था।
स्कूल में युवा एडिसन का दिमाग बहोत ही भ्रमित था और उनके शिक्षक रेवेरेंड इंगले उन्हें “व्याकुल” कहकर बुलाते थे। और लगभग पुरे 3 महीने एडिसन ने स्कूल में बिताये। बाद में उनकी माता ने एडिसन को घर पर ही पढाना शुरू किया। एडिसन ने अपनी ज्यादातर शिक्षा आर.जी. पार्कर स्कूल से और दी कूपर यूनियन स्कूल ऑफ़ साइंस एंड आर्ट से ग्रहण किया।
एडिसन को बचपन से ही सुनने में तकलीफ होती थी। ये सब तब से चल रहा था जब से बचपन में उन्हें एक तेज़ बुखार आया था और उस से उबरते समय उनके दाहिने कान में चोट आ गयी थी। तभी से उन्हें सुनने में थोड़ी-बहोत परेशानी होती थी। उनके करियर के मध्य, उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में बताया की जब वे ट्रेन में सफ़र कर रहे थे तभी एक केमिकल में आग लग गयी, जिस वजह से वे ट्रेन के बाहर फेके गये और उनके कान में चोट आ गयी। कुछ साल बाद ही, उन्होंने इस कहानी को तोड़ते हुए एक नहीं कहानी बनाई और कहने लगे की जब चलती ट्रेन में कंडक्टर उनकी मदद कर रहा था, तभी अचानक उनके कान में चोट लगी थी।
Loading...
कान की बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी अल्प मनोरंजन, निरंतर, परिश्रम, असीम धैर्य, आश्चर्यजनक स्मरण शक्ति, और अनुपम कल्पना शक्ति द्वारा एडिसन ने इतनी सफलता पायी। वे एक वैज्ञानिक ही नही बल्कि एक सफल उद्यमी भी थे। वे हर दिन अपने काम करने के बाद बचे समय को प्रयोग और परिक्षण में लगते थे। उन्होंने अपनी कल्पना शक्ति और स्मरण शक्ति का उपयोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में लगाया। उनके इसी टैलेंट की बदौलत उन्होंने 14 कंपनियों की स्थापना की जिनमे जनरल इलेक्ट्रिक भी शामिल है, जो आज भी दुनिया की सबसे बड़ी व्यापर करने वाली कंपनी के नाम से जानी जाती है।
थॉमस अल्वा एडिसन एक अमेरिकी अविष्कारक और व्यापारी थे। उन्होंने अनेक यंत्र एवम युक्तिया विकसित की जिनसे संसार भर में लोगो के जीवन में भरी बदलाव आये। विद्युत् बल्ब तथा फोनोग्राफ सहित इन्होने हजारो आविष्कार किये। वे भरी मात्रा में उत्पादन के सिद्धांत को व्यवहार में लाने वाले पहले अन्वेषको में से एक थे। इसके अलावा खोज करने के लिए विशाल टीम का सहारा लेने वाले वे पहले अविष्कारक थे। इसलिए उन्हें पहली औद्योगिक अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित करने का श्रेय भी दिया जाता है।
एडिसन एक महान अविष्कारक थे, उनके समय में उन्होंने पुरे US के 1093 पेटेंट्स अपने कब्जे में कर रखे थे, और इसके अलावा यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और जर्मनी में भी उनके कई सारे पेटेंट्स है। उनके इन सभी पेटेंट्स का उनके अविशाकारो पर बहोत प्रभाव पड़ा। उनके पेटेंट्स के साथ ही उनके आविष्कार भी उस समय काफी प्रचलित होने लगे थे, जिनमे इलेक्ट्रिक लाइट और पॉवर यूटिलिटीज, साउंड रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है, जिन्होए बड़ी तेज़ी से पूरी दुनिया में प्रसिद्धि पायी। एडिसन के अविष्कारों में हमें अधिकतर मॉस-कम्युनिकेशन और टेली-कम्युनिकेशन से संबंध दिखाई देने लगता है। इसमें स्टॉक स्टीकर, वोट रिकॉर्ड करने की मशीन, इलेक्ट्रिक कार के लिए बैटरी, इलेक्ट्रिक पॉवर रिकॉर्डर और मोशन पिक्चर भी शामिल है।
उन्होंने जल्दी ही अपने इन अविष्कारों में प्रगति हासिल की और टेलीग्राफी ऑपरेटर में अपना करियर बनाना चाहियें। बाद में एडिसन ने इलेक्ट्रिक पॉवर निर्माण की यंत्रणा को विकसित किया और घर, व्यापार और फैक्ट्री में उसे बाटते रहे – जो आधुनिक दुनिया में एक विशाल अविष्कार के रूप में जाना जाने लगा। ये सब निर्माण करना के लिए उनका पहला स्टेशन न्यू यॉर्क की पर्ल स्ट्रीट में बना।
थॉमस एडिसन का हमेशा से ही यह कहना था कि, “हमारी सबसे बड़ी कमजोरी हार मान लेना है, सफल होने का सबसे निच्छित तरीका है की हमेशा एक और बार प्रयास करना। क्यू की जब आप असफल होते होते हो और अपने काम को छोड़ देते हो, तब आप सफलता के बहोत करीब होते हो।
Similar questions