write a Hindi essay on importance of elections in a democratic country. (79 to 89 words
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Explanation:
किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव काफी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और क्योंकि भारत को विश्व को सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है, इसलिए भारत में चुनावों को काफी अहम माना जाता है। आजादी के बाद से भारत में कई बार चुनाव हो चुके और इन्होंने देश के विकास को गति देने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया। यह चुनाव प्रक्रिया ही है, जिसके कारण भारत में सुशासन, कानून व्यवस्था तथा पारदर्शिता जैसी चीजों को बढ़ावा मिला है।
भारतीय चुनावों में किये गये साहसिक संसोधन
भारत में मतदाताओं के विशाल संख्या को देखते हुए कई चरणों में चुनाव आयोजित किये जाते है। पहले के वर्षों में भारत में चुनाव साधरण तरीकों से होते रहे है लेकिन वर्ष 1999 में पहली बार कुछ राज्यों में इलेक्ट्रानिक मशीनों का प्रयोग किया गया, जोकि काफी सफल रहा तभी से चुनाव प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी तथा तेज बनाने के लिए निरंतर इनका उपयोग किया जाने लगा।
भारत में पार्षद पद से लेकर प्रधानमंत्री जैसे विभिन्न प्रकार के चुनावों का आयोजन होता है। हालांकि इनमें से जो सबसे महत्वपूर्ण चुनाव होते है वह होते है लोकसभा और विधानसभा के चुनाव क्योंकि इन दो चुनावों द्वारा केंद्र तथा राज्य में सरकार का चयन होता है। आजादी के बाद से लेकर अबतक हमारे देश में कई बार चुनाव हुए है और इसके साथ ही इसकी प्रक्रिया में कई प्रकार के संसोधन भी किये गये है। जिन्होंने चुनावी प्रक्रिया को और भी बेहतर तथा सरल बनाने का कार्य किया है।
इसमें सबसे बड़ा संसोधन वर्ष 1989 में हुआ था। जब चुनाव में मतदान करने की उम्र को 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया था। इस परिवर्तन के कारण देशभर के करोड़ों युवाओं को जल्द ही मतदान करने का अवसर मिला वास्तव में भारतीय लोकतंत्र के चुनाव प्रक्रिया में किये गये सबसे साहसिक संसोधनों में से एक था।
Answer:
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Explanation:
लोकतंत्र (ग्रीक: κμοκραēα dokmokratía, शाब्दिक रूप से "लोगों द्वारा शासन") सरकार का एक रूप है जिसमें लोगों को अपने शासी विधान को चुनने का अधिकार है। कौन लोग हैं और उनके बीच कैसे अधिकार साझा किए जाते हैं, लोकतांत्रिक विकास और संविधान के लिए मुख्य मुद्दे हैं। इन मुद्दों के कुछ कोने विधानसभा और भाषण, समावेशिता और समानता, सदस्यता, सहमति, मतदान, जीवन के अधिकार और अल्पसंख्यक अधिकारों की स्वतंत्रता हैं।
आमतौर पर, लोकतंत्र दो प्रकार के होते हैं: प्रत्यक्ष और प्रतिनिधि। प्रत्यक्ष लोकतंत्र में, लोग विधायिका पर सीधे विचार और निर्णय लेते हैं। एक प्रतिनिधि लोकतंत्र में लोग प्रतिनिधियों को जानबूझकर और विधायिका पर निर्णय लेने के लिए चुनते हैं, जैसे कि संसदीय या राष्ट्रपति लोकतंत्र में। तरल लोकतंत्र इन दो बुनियादी प्रकारों के तत्वों को जोड़ता है।