write a letter to your friend about hyderabad in hindi language.
Answers
वाराणसी--५६४३२१
प्रिय मित्र,
सोनल तुम कैसी हो? इस बात की सूचना तुम मुझे अवश्य देना। मैं आज तुम्हें एक ऐसी जगह के विषय के बारे में बताऊंगी जिसके बारे में जानकर तुमको भी बहुत खुशी होगी और जाने का मन भी करेगा।
तुमने हैदराबाद के बारे में तो सुना ही होगा न। में
मैं वहीं घूमने गई थी। निजामा के शासन के कारण हैदराबाद निजाम शहर के रूप में जाना जाता है। लेकिन मोती और हीरे में व्यापार के कारण इसे पर्ल का शहर भी कहा जाता है।
जानती हो हैदराबाद की हिंदी उत्तर भारतीय हिंदी से काफी भिन्न है क्योंकि उनका उर्दू और तेलगू शब्दावली का एकीकरण है। जिन लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है, उनके पास स्थानीय लोगों के साथ हिंदी में संचार करने में कठिन समय हो सकता है।
गौतम बुद्ध की एक स्टैच्यू विश्व विख्यात है।प्रतिमा 18 मीटर ऊंची है और झील के बीच में एक छोटे से द्वीप में स्थित है। प्रतिमा को एक सफेद ग्रेनाइट चट्टान से बनाया गया था, जिसका वजन 450 टन था, दो वर्ष में 200 मूर्तियों द्वारा।
हैदराबाद, हुसैन सागर, उस्मान सागर और हिमायत सागर जैसे झीलों के साथ दुनिया में सबसे खूबसूरत कृत्रिम झीलों का घर है, जो कि मूसी नदी पर बांध द्वारा निर्मित है।इसके अलावा और भी बहुत कुछ है जिसको नहीं देखे तुम विश्वास नहीं करोगी।
तुम अवश्य जाना वहां। उम्मीद करती हूं कि तुम को हैदराबाद मेरे ही जैसा भाऐगा।
तुम्हारी प्रिय
मीरा।
लोहिया रोड,
वाराणसी--५६४३२१
प्रिय मित्र,
सोनल तुम कैसी हो? इस बात की सूचना तुम मुझे अवश्य देना। मैं आज तुम्हें एक ऐसी जगह के विषय के बारे में बताऊंगी जिसके बारे में जानकर तुमको भी बहुत खुशी होगी और जाने का मन भी करेगा।
तुमने हैदराबाद के बारे में तो सुना ही होगा न। में
मैं वहीं घूमने गई थी। निजामा के शासन के कारण हैदराबाद निजाम शहर के रूप में जाना जाता है। लेकिन मोती और हीरे में व्यापार के कारण इसे पर्ल का शहर भी कहा जाता है।
जानती हो हैदराबाद की हिंदी उत्तर भारतीय हिंदी से काफी भिन्न है क्योंकि उनका उर्दू और तेलगू शब्दावली का एकीकरण है। जिन लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है, उनके पास स्थानीय लोगों के साथ हिंदी में संचार करने में कठिन समय हो सकता है।
गौतम बुद्ध की एक स्टैच्यू विश्व विख्यात है।प्रतिमा 18 मीटर ऊंची है और झील के बीच में एक छोटे से द्वीप में स्थित है। प्रतिमा को एक सफेद ग्रेनाइट चट्टान से बनाया गया था, जिसका वजन 450 टन था, दो वर्ष में 200 मूर्तियों द्वारा।
हैदराबाद, हुसैन सागर, उस्मान सागर और हिमायत सागर जैसे झीलों के साथ दुनिया में सबसे खूबसूरत कृत्रिम झीलों का घर है, जो कि मूसी नदी पर बांध द्वारा निर्मित है।इसके अलावा और भी बहुत कुछ है जिसको नहीं देखे तुम विश्वास नहीं करोगी।
तुम अवश्य जाना वहां। उम्मीद करती हूं कि तुम को हैदराबाद मेरे ही जैसा भाऐगा।
तुम्हारी प्रिय
मीरा।