Write a paragraph on Arjun and Lord Krishna in hindi.
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अर्जुन:
अर्जुन का वर्णन , महाभारत मे मिलता है। अर्जुन , राजा फंडू और कुंती के तीसरे पुत्र थे । युधिस्टीर, भीम , नकुल , सहदेव ये सभी अर्जुन के भाई थे। अर्जुन को पार्थ , सव्यसाची , धनंजय आदि नामो से भी जाना जाता है । अर्जुन की शिक्षा गुरु द्रोणाचार्य के सानिध्य मे हुई थी। अर्जुन एक महान योद्धा और धनुर्धारी थे। एक बार स्वयंवर मे , अर्जुन की धनुष निपुणता से प्रभावित होकर ,राजा द्रुपद ने उनकी शादी अपनी पुत्री द्रौपदी से कर दी थी।
भगवान श्रीक़ृष्ण ने अर्जुन को महाभारत मे युद्ध के मैदान मे उपदेश दिये , यही गीता के उपदेश हैं।
श्रीक़ृष्ण:
श्रीक़ृष्ण हिन्दुओ के एक भगवान है । श्रीक़ृष्ण को भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है । श्रीक़ृष्ण की माता का नाम देवकी और पिता का नाम वसुदेव था । श्रीक़ृष्ण बचपन मे यशोदा के साथ रहे इसलिए यशोदा भी उनकी माता कहलाती हैं। माखन चोर , गोविंदा , मोहन , देवकीनंदन आदि श्रीक़ृष्ण के कई नाम है । भगवान श्रीक़ृष्ण ने अर्जुन को महाभारत मे युद्ध के मैदान मे उपदेश दिये , यही गीता के उपदेश हैं। भगवत पुराण , विष्णु पुराण , भगवत गीता आदि हिन्दू ग्रंथो मे श्रीक़ृष्ण का वर्णन मिलता है।
अर्जुन का वर्णन , महाभारत मे मिलता है। अर्जुन , राजा फंडू और कुंती के तीसरे पुत्र थे । युधिस्टीर, भीम , नकुल , सहदेव ये सभी अर्जुन के भाई थे। अर्जुन को पार्थ , सव्यसाची , धनंजय आदि नामो से भी जाना जाता है । अर्जुन की शिक्षा गुरु द्रोणाचार्य के सानिध्य मे हुई थी। अर्जुन एक महान योद्धा और धनुर्धारी थे। एक बार स्वयंवर मे , अर्जुन की धनुष निपुणता से प्रभावित होकर ,राजा द्रुपद ने उनकी शादी अपनी पुत्री द्रौपदी से कर दी थी।
भगवान श्रीक़ृष्ण ने अर्जुन को महाभारत मे युद्ध के मैदान मे उपदेश दिये , यही गीता के उपदेश हैं।
श्रीक़ृष्ण:
श्रीक़ृष्ण हिन्दुओ के एक भगवान है । श्रीक़ृष्ण को भगवान विष्णु का एक अवतार माना जाता है । श्रीक़ृष्ण की माता का नाम देवकी और पिता का नाम वसुदेव था । श्रीक़ृष्ण बचपन मे यशोदा के साथ रहे इसलिए यशोदा भी उनकी माता कहलाती हैं। माखन चोर , गोविंदा , मोहन , देवकीनंदन आदि श्रीक़ृष्ण के कई नाम है । भगवान श्रीक़ृष्ण ने अर्जुन को महाभारत मे युद्ध के मैदान मे उपदेश दिये , यही गीता के उपदेश हैं। भगवत पुराण , विष्णु पुराण , भगवत गीता आदि हिन्दू ग्रंथो मे श्रीक़ृष्ण का वर्णन मिलता है।
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अर्जुन : अर्जुन का वर्णन , महाभारत मे मिलता है । अर्जुन , राजा फंडू और कुंती के तीसरे पुत्र थे । युधिस्टीर , भीम , नकुल , सहदेव ये सभी अर्जुन के भाई थे । अर्जुन को पार्थ , सव्यसाची , धनंजय आदि नामो से भी जाना जाता है । अर्जुन की शिक्षा गुरु द्रोणाचार्य के सानिध्य मे हुई थी । अर्जुन एक महान योद्धा और धनुर्धारी थे । एक बार स्वयंवर मे , अर्जुन की धनुष निपुणता से प्रभावित होकर , राजा द्रुपद ने उनकी शादी अपनी पुत्री द्रौपदी से कर दी थी । भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को महाभारत मे युद्ध के मैदान मे उपदेश दिये , यही गीता के उपदेश हैं ।
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