English, asked by vijayvanshu1975, 9 months ago

write a poem on time​

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Answered by rituverma12345
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Answer:

मानव जीवन नदी की धारा के समान होता है। जिस तरह से नदी की धारा ऊँची नीची भूमि को पार करती हुई लगातार आगे बढती है उसी प्रकार जीवन की धारा सुख-दुःख रूपी जीवन के अनेक संघर्षों को सहते-भोगते आगे बढती रहती है। जीवन का उद्देश्य लगातार आगे बढना होता है इसी में सुख है, आनंद है।

आगे बढने में जो मदद करता है वह समय कहलाता है। जो भागते हुए समय को पकडकर इसके साथ-साथ चल सकते हैं, जिस किसी ने भी समय के महत्व को पहचाना है और उसका सदुपयोग किया है, वह उन्नति की सीढियों पर चढ़ता चला गया है। लेकिन जिसने इसका तिरस्कार किया है समय ने उसे बर्बाद कर दिया है। समय का सदुपयोग ही विकास और सफलता की कुंजी है।

Answered by yourhelpmate
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Answer:

Time

It precious as precious as money.

when i utilize its systematically

then its like as honey.

i think too much, i have too much

but I also waste it too much

When i respect it.

then in return it back to me.

its like a wonderful treasure for you see

but you need those eyes which i have to be.

think less, waste less

act as deep as sea

soon we are as high as stars in the sky

with regards

hope its help you!

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