write a short note on (ch 2) chatak shishu in sanskrit
Answers
Explanation:
ग्वालियर. अच्छी बारिश की निशानी माने जाने वाला चातक पक्षी इन दिनों ग्वालियर के आसपास के जंगलों में नजर आ रहा है। वन्य पक्षी के जानकार इसे देखकर उत्साहित हैं। इसके दिखने से अच्छी बारिश की उम्मीद बंधी है। ये पक्षी तब तक ही नजर आएगा जब तक मानसून रहेगा। मानसून के विदा होने के साथ ही ये प्रवासी पक्षी भी विदा हो जाता है।
ग्वालियर. अच्छी बारिश की निशानी माने जाने वाला चातक पक्षी इन दिनों ग्वालियर के आसपास के जंगलों में नजर आ रहा है। वन्य पक्षी के जानकार इसे देखकर उत्साहित हैं। इसके दिखने से अच्छी बारिश की उम्मीद बंधी है। ये पक्षी तब तक ही नजर आएगा जब तक मानसून रहेगा। मानसून के विदा होने के साथ ही ये प्रवासी पक्षी भी विदा हो जाता है।प्री-मानसून की काली घटा छाने के साथ ही तिघरा जलाशय पर चातक (पपीहा) पक्षी नजर आने लगा है। इसके सिर पर कलगी होती है और शरीर श्याम रंग का होता है। यह उड़ान बादलों की दिशा के अनुसार भरते हैं। ये पक्षी जिस दिशा में मानसून होता है, उसी दिशा में रहते हैं। पूर्व काल में किसान इस पक्षी को देखकर ही मानसून की आहट का अंदाजा लगाते थे। चातक के आने के साथ ही वे खेतों में बुवाई की तैयारी कर घरों में फसल के बीज तैयार कर लेते थे। जैसे ही पहली बारिश होती बीज की बुवाई खेतों में करने लगते थे।