write a short poem on clouds with moral in hind
Answers
देखो काले काले मेघा आएं ।
गगन पर ये जमकर छाये ।।
गरज गरजकर ,ये तड़ित कड़काते ।
साथ अपने ये अपने बरखा भी लाते ।।
देखो काले काले मेघा आएं ।
तपन को ये दूर भगाए ।।
वातावरण को भी खुशहाल ।
धरती पर हरियाली फैलाये ।।
देखो काले काले मेघा आएं ।
अनुपजाऊ को भी उपजाऊ बनाते ।।
कही – कही पर ये त्रासदी भी लाते ।
मगर अनावृष्टि को दूर भगाते ।।
देखो काले काले मेघा आएं ।
कुदरत को भी ये भाये ।।
इस धरा को भी नहलाये ।
देखो काले काले मेघा आएं ।
happy perfume day dear...♡
यू चलते चलते जब आँखे ऊपर उठी
एक अलग ही दुनिया मुझको दिखि
विपरीत और विभिन्न, स्वच्छ और निर्मल
नीला आसमां था, या नदी का निर्मल जल?
छोटे बड़े बादल यहा वहा फैले हुए
नीले फर्श पर जैसे रुई के गोले रेगते हुए
निराकार, निर्बद्ध, श्वेत और शुद्ध
दृश्य ऐसा के खो जाए सुध बुध
ऐसे मे क्षितिज पर देखा मटमैला धुआ
अचानक सच्चाई का ज्ञान हुआ
वाह रे इसान तू कितना ऊचा उठा
धरती तो मैली हो गई आसमान भी प्रदूषित हुआ