Write a short story on 'ekta me bal' in hindi.
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एक धर्म सिंह नाम का किसान था। उसके चार बेटे थे।
वे बहुत मेहनती और ईमानदार थे। बस अगर कोई बुरी बात थी तो यह कि उनका आपस में झगड़ा ही होता रहता था। वे किसी बात पर आपस में सहमत नहीं होते थे। यह सब देख उनका पिता धर्म सिंह बहुत दुखी होता था।
एक बार किसान धर्म सिंह बहुत बीमार पड़ गया। अब उसे यह चिन्ता सताने लगी कि अगर उसे कुछ हो गया तो उसके बेटों का क्या होगा। तभी उसे एक तरकीब सूझी। उसने बहुत सी लकड़ियां इकट्ठी की और उनका एक गट्ठर बनाया।
किसान ने अपने बेटों को बुलाया और उन्हें बारी-बारी से वो गट्ठर तोड़ने को दिया। कोई भी उसे नहीं तोड़ सका। उसके बाद किसान ने उस गट्ठर को खोल कर सबको एक एक लकड़ी दी और तोड़ने को कहा। इस बार सबने झट से अपनी-अपनी लकड़ी तोड़ दी। तब किसान ने सब को समझाया – ” देखो ! जब मैने तुम सब को यह गट्ठर तोड़ने को दिया तो कोई भी इसे तोड़ नहीं पाया। लेकिन जैसे ही उसे अलग करके एक-एक लकड़ी दी तो उसे सब ने आसानी से तोड़ दिया। ऐसे ही अगर तुम सब मिल कर रहोगे तो हर मुसीबत का मुकाबला कर सकते हो, जो अलग-अलग रह कर नहीं कर सकते।
यह बात किसान के चारों बेटों की समझ में आ गई और फिर सब मिल जुल कर रहने लगे। किसान भी बहुत खुश हुआ।
इसलिए कहते हैं – ” एकता में बहुत बल होता है। “
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एक किसान था । उसके पांच बेटे थे। सभी बलवान और मेहनती थे। पर वह आपस में हमेशा लड़ते झगड़ते रहते थे । किसान या देखकर बहुत चिंतित रहता था। वह चाहता था कि उसके बेटे आपस में लड़ाई झगड़ा ना करें और मेलजोल से रहे । किसान किसान ने अपने बेटों को बहुत समझाया और डाटा फटकारा भी , पर उनपर इसका कोई असर नहीं हुआ।
किसान को हमेशा यह चिंता सताती रही कि वह अपने बेटो को एकता कैसे कायम करें ! एक दिन उसे अपनी समस्या का एक उपाय सूझा । उसने अपने पांचों बेटों को बुलाया। उन्हें लकड़ियों का गट्ठर दिखाकर उसने पूछा,"क्या तुम में से कोई इस गट्ठर को खोले बिना तोड़ सकता है।"
किसान के पांच बेटे बारी बारीसे आगे आए से आगे आए। उन्होंने खूब ताकत लगाई। पर उनमें से कोई भी लकड़ियों का गट्ठर नहीं तोड़ सका।
फिर किसान ने गट्ठर खोलकर लकड़ियों को अलग अलग कर दिया। उसने अपने बेटों को एक-एक लकड़ी देकर तोड़ने के लिए कहा सभी लड़कों ने आसानी से अपनी अपनी लकड़ियां तोड़ दी ।
किसान ने कहा," देखो! एक एक लकड़ी को तोड़ना कितना आसान होता है । इन्हीं लकड़ियों को एक साथ गट्ठर में बांध देना पर यहां कितना मजबूत हो जाती है। इसी तरह तुम लोग एक साथ मिल जुल कर रहोगे, तो मजबूत बनेंगे लड़ झगड़ अलग अलग हो जाओगे तो कमजोर बनोगे।"
शिक्षा-एकता में ही शक्ति है ,फूट में ही है विनाश ।