Hindi, asked by janhvilalchandani, 10 months ago

write a story on asha and nirasha in hindi​

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Answered by bhatiamona
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                                  निराशा से आशा की ओर निबंध

किसी ने बहुत अच्छी पंक्ति कही है निराशा से आशा की ओर | आशा के कारण ही हम जीवित हैं, इस में कोई शक्ति  नहीं है , आशा प्रकाश की ज्योति फैलाती है और निराशा अंधकार की | हमें हमेशा जीवन में निराश नहीं होना चाहिए , हमेशा आशा बना कर रखनी चाहिए | कभी भी आशा नहीं छोड़नी चाहिए |  

जीवन में 'रात के बाद  दिन' और  दुःख और सुख आते रहते है| आशा  जीवन में संजीवनी शक्ति का संचार करती है वहीं निराशा मनुष्य को पतन की तरफ ले जाती है। हमें निराशा से सिख लेकर आशा की और बढ़ना चाहिए |  

                                                   कहानी

यह कहानी एक लड़की की है, उसका नाम आरती है | आरती बहुत ही गरीब परिवार से थी| आरती के माता -पिता बड़ी मेहनत करके अपने परिवार का गुज़ारा करते थे | आरती पढ़ना चाहती थी | उसे संगीत में बहुत पसंद था | गरीबी के कारण भी उसने निराशा नहीं छोड़ी | उसके पिता जी उसे कहते थे , की संगीत में कोई फ़ायदा नहीं है | आरती ने अपने पिता जी को विश्वास दिलाया , पिता जी आप मुझ पर भरोसा रखो मैं संगीत में आगे पढ़ना चाहती हूँ , और मुझे पढ़ने दो|

आरती को अपने उपर विश्वास और आशा थी की वह मेहनत करके एक दिन सफल जरुर होगी | आरती ने कभी आशा नहीं छोड़ी |

यह विश्वास दिला कर मैं आगे की पढ़ाई करने के लिए शिमला चली गई | आरती ने घर से पैसे लेने से मना कर दी और अपने आप मेहनत करके आगे समय निकला |आरती ने पढ़ाई के साथ-साथ दूसरी जगह संगीत सिखाया और अपना समय निकला | "अंततः वह  अपनी योजना में सफल हो गई और उसने नेट का पेपर दिया और पास हो गई |

अब आरती एक कॉलेज में संगीत की अध्यापक है | आरती ने उसके बाद अपने माता-पिता की सेवा की और उसके माता-पिता ने उसके लिए बलिदान दिए थे वह तो नहीं चूका सकती थी पर उसने माता-पिता को बहुत खुशियाँ दी | और मैंने | माता-पिता को खुश देखकर और अपने उपर गर्व महसूस देखकर  मैंने  राहत की सांस लेते हुए सोचा कि उस दिन मैंने निराशा को छोड़ कर आशा के बारे में सोचा और सफल हो गई |

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