write a story on residential gardening in hindi
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कल्पना करें, घर में इन्डोर प्लांट्स के गमले रखे हों और आप उनके बीच चाय की चुस्कियों का मजा ले रहे हैं। बड़े शहरों के सिमटते घरों ने भले ही गार्डनिंग जैसे शौक भुला दिए हैं, मगर इन्डोर गार्डनिंग से आप अपने सपनों को रंग दे सकते हैं।
मटते घरों के साथ कई बार उम्मीदें भी मन के किसी कोने में सिमटकर दम तोड़ देती हैं। अपने घर को सजाने के लिए गार्डनिंग का शौक भी इन्हीं उम्मीदों में से एक है। लेकिन, आपको निराश होने की जरूरत नहीं, क्योंकि इन्डोर गार्डनिंग आपके इस सपने को पूरा कर सकती है। आपके भीतर के कलाकार मन और रचनात्मकता से आप अपनी कल्पनाएं साकार कर सकते हैं।
इन्डोर प्लांटेशन काफी हद तक आपके हरे-भरे सपनों को पूरा कर सकता है। शहरी लोगों को आउटडोर जगह की कमी हमेशा खलती है, क्योंकि लॉन का आनंद और खूबसूरती फ्लैटों में नहीं मिल पाती। जबकि घर में हरियाली लुभाती है। इन्डोर गार्डनिंग से इंटीरियर डेकोरेशन में भी मदद मिल सकती है। इन्डोर गार्डनिंग से आप अपने गार्डनिंग के शौक को पूरा करने के साथ-साथ घर के इंटीरियर को भी नया लुक दे सकते हैं।
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इस विभाग के अंतर्गत फलों के उत्पादन में आवश्यक कृषि क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। फलों की बागवानी को फलोत्पादन भी कहा जाता है। ऐसे स्थानों को जहाँ फलदार वृक्ष योजना के अनुसार विशेष उद्देश्य से लगाए जाते हैं, फल का बगीचा कहलाता है। उपयोगी फल वृक्षों के गुण तथा उपयोगिता और फल वृक्षों की वृद्धि, फूलने एवं फलने की प्रकृति या स्वभाव का अध्ययन किया जाता है। फल वृक्ष से भरपूर उत्पादन प्राप्त करने के आवश्यक तकनीक जैसे – उचित जलवायु तथा भूमि का चुनाव, उन्नतशील किस्मों का चुनाव, प्रबंधन या प्रसारण की विधियाँ, वृक्षारोपण, सिंचाई, खाद एवं उर्वरक की मात्रा एवं देने का समय, कटाई – छंटाई के सामान्य नियम का ज्ञान इसी विभाग से प्राप्त होता है। फलोद्यान का विन्यास स्थापना, प्रबंधन तथा समय - समय पर आने वाली समस्याओं जैसे : रोग और कीट का आक्रमण, प्रतिकूल वायुमंडलीय वातावरण इत्यादि तथा उनका निराकरण भी इस विज्ञान का विषय है। इस विषय के विशेषज्ञ को फल वैज्ञानिक कहा जाता है।
इस विभाग के अंतर्गत सजावटी पौधे तथा वृक्षों के उगाने में आवश्यक कृषि क्रियाओं का अध्ययनPushpकिया जाता है। इसे सजावटी या अलंकृत बागवानी भी कहते हैं। ऐसे स्थानों पर जहाँ की भूमि को सुन्दर तथा वृक्षों को उगाकर अलंकृत किया जाता है या सजाया जाता है, शोभा उद्यान या अलंकृत उद्यान, पुष्पोद्यान, पार्क, वाटिका या कुंज कहा जाता है। सुन्दरता प्रदान करने की दृष्टि से पुष्पीय, पौधों, झाड़ियों, लताओं तथा इत्यादि के विकास में आवश्यक, क्रियाओं जैसे- पौधा रोपण, पौधा प्रवर्धन या प्रसारण, कटाई - छंटाई, उचित पौधों का चुनाव इत्यादी का इस विज्ञान के अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।