write an essay on aatamnirbhar bharat : swatantra bharat in hindi..
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आत्मनिर्भरता (स्व-विश्वसनीय): आत्मनिर्भर का अर्थ है कि किसी को भी जीवन में अपनी सफलता के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होना चाहिए। दूसरे शब्दों में हम यह भी कह सकते हैं कि हमें अपनी आजीविका चलाने के लिए दूसरों से मदद की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, बल्कि एक व्यक्ति को आत्म-विश्वास और आत्म-निर्भर होना चाहिए। एक व्यक्ति जो दूसरे व्यक्ति पर निर्भर करता है वह जीवन में कभी भी प्रगति या सफल नहीं हो सकता है।
आत्मनिर्भर होने की योग्यता: आत्मनिर्भर होना इंसान या किसी भी देश का सबसे बड़ा गुण है। यदि कोई व्यक्ति या देश अपने आप में आत्म-निर्भर होगा, तो उसे दूसरों की सहायता लेने की आवश्यकता नहीं होगी और न ही वह कभी दूसरों पर निर्भर होगा। आत्मनिर्भर होना व्यक्ति और देश दोनों के लिए सबसे अच्छी गुणवत्ता है।
भारत में उपलब्ध संसाधन: यदि हम अपने भारत के संसाधनों को देखें, तो हमारा भारत एक समृद्ध देश है। यहां तक कि कोरोनोवायरस जैसी गंभीर महामारी में, हमारे देश ने लॉकडाउन के दौरान किसी भी देश से मदद नहीं मांगी। हमारा देश इतना सक्षम है कि आपातकालीन स्थिति में भी, भारत सरकार ने लाखों लोगों को जीवन दिया है। अरबों रुपये के आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा की ताकि देश में कोई भी भूखा न मरे।
स्वतंत्रता के समय भारत और वर्तमान भारत: 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त होने के बाद भी, भारत कुछ संसाधनों के साथ दूसरे देश पर निर्भर था। लेकिन आज का भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है
Explanation:
आत्मनिर्भरता से यह तात्पर्य है कि हमारा देश आत्म निर्भर बने, उसे किसी और देश कि मदद लेने की कभी ज़रुरत ना परे| आत्मनिर्भरता एक मनुष्य को मजबूत बनाता है| मजबूती उस कोन से कि जब आपका कोई साथ देने वाला ना बचा हो तो आप स्वय अपनी मदद करने के लिए सक्षम हो|
देखा जाए तो एक देश अगर आत्म निर्भर हो गया तो उसे किसी और देश की ज़रुरत नहीं पड़ेगी| और अगर किसी देश की ज़रुरत नहीं परे तो वह देश बिना किसी रोक टोक के अपना काम कर सकता है, किसी और देश के पास फिर यह अधिकार नहीं की वह उस देश को सलाह दे या किसी काम के लिए रोके| इसका तात्पर्य यह है कि अगर कोई आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ता है तो साथ ही साथ वह स्वतंत्रता की तरफ भी अपना कदम रखता है|