write an essay on DUSSEHERA for about 250 to 300 words in hindi
Answers
Answer:
दशहरा पर निबंध
दशहरे का त्योहार जिसे मुख्यतः योद्धाओं के त्योहार के रूप में जाना जाता है, पूरे देश के विभिन्न तरीकों में दशहरा मनाया जाता है। बंगाल में यह देवी दुर्गा की पूजा के साथ मनाया जाता है। दक्षिणी में यह बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है, उत्तर में यह मुख्य रूप से उस दिन के रूप में मनाया जाता है जब भगवान राम ने दानव राजा रावण को मार डाला था।
यह कौर के महीने में गिरता है, सितंबर और अक्टूबर के महीने सामान्य विश्वास है कि इस दिन जो भी काम शुरू किया गया है वह शुभकामनाएँ लाएगा। योद्धा कबीले के लोग अपने हथियार साफ करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। जबकि लड़कियां, जिन्होंने अपने आंगनों में जौ लगाई थी, इन रोपाई को निकाल कर अपने भाई के कानों पर रख दिया। इसके लिए उन्हें एक छोटा उपहार या पैसा दिया जाता है दुकानदारों ने अपनी दुकानों को सजाने के लिए बाज़ार एक उत्सव का रूप लेता है मिठाईदार अपने विभिन्न प्रकार के मिठाइयां दिखाते हैं। खिलौने धनुष और तीर का अच्छा कारोबार करते हैं, जो उस दिन के लिए बच्चों की पसंदीदा हैं।
राम-लिला या भगवान राम के जीवन की कहानी का अधिनियमन, जो कि पिछले आठ दिनों से चल रहा था, उन अभिनेताओं की सजाया जुलूस से परिणित हुए हैं जिन्होंने भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की भूमिका निभाई थी। ये जुलूस राम-लीला मैदान पर समाप्त होता है जहां रावण, मेघनाथ और कुंभकर की मूर्तियां रखी जाती हैं। राम से एक तीर इन मूर्तियों को रोशनी देती है। हजारों लोग इस तमाशा को देखते हैं जलते पुतले लोगों को बहुत खुशी लाते हैं। इस खुश नोट पर दशहरा का नौ दिन का त्योहार खत्म हो गया है।
Explanation:
भारत त्योहारों का देश है जहाँ पर सभी पर्व बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाए जाते हैं। दशहरा हिंदुओं के प्रमुख त्योहारो में से एक है। दशहरा जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है हर साल दिवाली से 20 दिन पहले मनाया जाता है। यह अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दसमी को मनाया जाता है और इसके बाद से सर्दियों का आगमन होता है। इस मौसम में खरीफ की फसल उगाई जाती है। दशहरा का पर्व भारत के साथ साथ बांग्लादेश मलेशिया आदि में भी मनाया जाता है। भारत के साथ साथ मलेशिया में भी इस दिन अवकाश होता है। यह त्योहार सितंबर या अक्टूबर में आता है। दशहरा दो शब्दों से मिलकर बना है दश और हरा जिसका अभिप्राय सूर्य की हार से है।
कहा जाता है कि यदि राम रावण का वध नहीं करते तो सूर्य हमेशा के लिए अस्त हो जाता। हर त्योहार के पीछे कोई न कोई कहानी होती है।दशहरा के पर्व को मनाने के पीछे बहुत सी प्राचीन कहानियाँ है। कहा जाता है कि विजयदशमी के दिन श्री राम ने रावण का वध किया था। उन्होंने देवी दुर्गा की पूजा कर रावण को मारने का रहस्य प्राप्त किया था। दुसरा यह माना जाता है कि माँ दुर्गा ने नौ दिन के युद्ध के बाद दशहरा के दिन ही महिषासुर का वध किया था। इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है।
सबसे पहले दशहरा 17वीं शताब्दी में मैसूर के राजा के शासन काल में मनाया गया था। दशहरा के समय बहुत से शहरों में मेले भी लगते हैं जिसे देखने के लिए बहुत ही भीड़ जमा हो जाती है और वहाँ पर अलग अलग तरह के स्टॉल होते हैं। कुल्लू का दशहरा सबसे प्रसिद्ध है वहाँ पर लोगों में श्रदा भक्ति और उल्लास भरपूर देखने को मिलता है। दशहरा से दस दिन पहले रामलीला का आयोजन किया जाता है और दशहरा के दिन रावण कुम्भकरण और मेघनाथ के पुतले बनाकर उन्हें जलाया जाता हैं। सड़को पर इस दिन बहुत भीड़ होती है और झाँकिया निकाली जाती है। दशहरा का त्योहार हमें क्रोध पाप आदि से दुर रहने का संदेश देता है।
इस दिन पंडित मंत्र के उच्चारण के साथ रामायण की कथा भी सुनाते हैं और आतिशबाजियाँ भी की जाती है। इस दिन दुर्गा की मूर्ति को विसर्जित किया जाता है। लोग ट्रकों में माँ की मूर्ति को बैंड बाजे के साथ लेकर जाते हैं।स्कूलों में भी बच्चे दशहरा का त्योहार बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं। छोटे छोटे बच्चे राम सीता लक्ष्मण और हनुमान की वेशभूषा धारण करते हैं। दशहरा हमें हमारे अंदर की बुराईयाँ खत्म करने के लिए कहता है। हमें रावण के पुतले के साथ साथ अपने अंदर की सभी बुराईयाँ जला देनी चाहिए। यह त्योहार शक्ति का त्योहार है जो अपने साथ बहुत सारी खुशियाँ लेकर आता है। यह त्योहार लोगों को अच्छाई और भक्तिभाव से भर जाता है। इस दिन सभी लोग त्योहार का पूर्ण रूप से आनंद ले रहे होते हैं।
Hope it helps you
Mark me as brainlist
AND
F.o.l.l.o.w m.e friends